________________ (17) प्रधान / लखदोमुनिविंशतिसहस / इकलखश्रमणीजाण // 3 // दोयलक्षश्रावककह्या / श्ररुगुणतीसहजार / एकत्तरचौलखसहस / श्रावकणीसुविचार // 4 // सुरीसुतारासुरअजित / श्रीसंघसांनिधकार / सहससाधुपरिवारसुं / आएशिखरसुविचार // 5 // माससंलेखणकरप्रनु / मुक्तिगएश्हगेर / तीरथमहिमामहियले, प्रगटीच्यारुकोर॥६॥श्महीजशीतलनाथनो। हिवसुणज्योअधिकार / नदिलपुरदृढरथपिता / मातनंदासुखकार // 9 // लंबनशुलश्रीवचनो / श्रीशीतलजिनचंद / कंचनवरण नेऊधनुष ।मानसरीरमंद // 7 // एकलाखपूरवकह्यो। जाण // ए॥ एकलाखचालीससहस / श्रमणीसंख्यार / सहसतयांसीदोयलख / श्रावकसंख्याजोर // 10 // सहसबगवनलचौ / श्रावकणीसुविचार / देवीअशोकाब्रह्मयद / सदुसंघसांनिधकार // 11 // सिखरसमेतसहस्रएक / साधूनेंपरिवार / मुक्तिगएप्रन्नुमासकी। संलेखनकरसार // 12 // // ढाल 6 // धनधनसंप्रतिसाचौराजाएहनी॥ यांसप्रनुजी। उपज्याविष्णुसुमातजी // 1 // नमोरेनमो-श्रीत्रिनुवनराजा / खमगिलंबनप्रनुपायजी।धनुषअसीदेहमान-चोरासी। साखवरस नोवायुजन // गणधरबदुत्तरसहसचौरासी मुनिश्रमणीतीनलदजीतीनसहसबलिसहसगुण्यासी श्रावकपुणदोयवरकजीन०३ अमतामीससहसबलिचौलख।श्राविकाजाणो. सारजी, जदयमरसुरीमानवीजाणो,श्रीसंघसांनिधकारजी // 4 //