________________ (156) गणधरगुणगणनाउए, (न) लाजएमुनित्रणलाखसोहे सहस वीसप्रमाणए, पणलक्ष्त्रीसहजारसाध्वी श्रावकदोयलदजाणए, संख्या इक्याप्तीसहसऊपर श्राविकाश्मानीये, पणलाखसोलेसहस तुंबरुमहाकालीमांनीये, श्रीशिखरऊपर सातसंख्या सहस साधुसुरंगए, करमासकीसंलेखणा प्रत्तुमुक्तिपुहताचंगए // 3 // चाल ॥इमकोसंबीनगरीतातए, धरनृपतातसुसीमामातए, पदमप्रनु तसुअंगजनाथए,लंबनकमलतणोशुजहाथए,(न)हाथएधनुषप्रमाणपूरा अढाईसेतनुकहो, तीनलाखपूरबथितकहावै एकसोगणधरलहो, लखतीनतीसहजारसाधू वीससहसलखच्यारए, साधवी दोयलखसहसछिहतरश्रावकसंख्यासारए॥धा चाल // पांचलाखबलिपांचहजारए, श्रावकण्यांरी संख्यासारए, कुसुमदेवस्यामादेवीकही, लालवरणतनुसोहै प्रनुसही, (ज.) सोहएशिखरसमेतऊपर आरसेत्रिणमुनिवरा, करमास संलेखन प्रनुनी सेवकरे सुरवरा श्रीपदमप्रनुजी मुक्तिपहुतागिरिशिखरम. हिमालई, तसुचरणपंकजवालवंदे हृदय आनंदगहगही // 5 // ॥दुहा // श्रीसुपासजिणंदना, पदपंकजाराम, नविजननमरसुसेवतां, पामेवंगितकाम // 1 // // श्रीसीमंधरसाहिबा एचाल ढाल 4 // नगरवणारसीसोजता, राजातातप्रतिष्टलालरे, देवीपृथवीमातजी, स्वस्तिकलंउनसिष्टलालरे, // 1 // श्रीसुपार्श्वजिनंदजी, वीसपूरबलखश्रायु वा धनुषदोयसैदेहनो, कंचनवरणसुहाय खाशाश्री॥पंचाणवेगणधरकह्या,साधू त्रिणलाखहो