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________________ 6 जादु. पूर्ण कर्तव्य माना गया। इतना ही केवल मेरोडाक के संबंध में न हुआ। प्रतिकार रूपी जादु को जैसा मेरोडाक की तरफ से बल मिला वैसा मेरोडाक को सर्वज्ञ और गुप्त बातों का अधीश्वर उसके पिता इया की ओर से बल मिलता। इस प्रकार इया निवारक जादुगरों का मुखिया गिना गया। उस से कुछ छुप नहीं सकता और जो पड़दे के पीछे जादुगर अपने आधीन हुए हुए मुख से गुप्त रख सकता है, उस पड़दे को तोड़ देने को इया शक्तिमान् है ऐसा भी माना गया है। जैसे मेरोडाक प्रातःकाल के सूर्य रूप समुद्र में से उदय होता है और दुष्ट जादु के असर को धो डाले ऐसा प्रवित्र जल लाता है वैसे अनि देव गिरू भी अपनी पवित्र ज्वालाओं में जादु के असर को जला कर भस्म कर देता है। इस लिए मेरोडाक जैसे इया को प्रार्थना करता है वैसे गिरू भी जादु को निष्फल करने के लिए शक्ति प्राप्त करने की प्रार्थना करता है ऐसा मंत्रों में उनका वर्णन किया है। . अब तक बैबिलोनिया में जिन साधनों से जादुगरों के अभिचार कर्म करने वालों की तथा चुडैलों को हराया जाता था उसके संबंध में ही विचार किया गया है। परन्तु इनके जादु के अतिरिक्त दूसरे जादु को भी बैबिलोनिया निवासी मानते थे और उस से भी अपना बचाव करना आवश्यक है ऐसा उनका ख्याल था / जादु को निष्फल करने के लिए उपयोग में लाया जाने वाला प्रतिकार जादु के मंत्रों में सात
SR No.032770
Book TitleTulnatmak Dharma Vichar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajyaratna Atmaram
PublisherJaydev Brothers
Publication Year1921
Total Pages162
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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