________________ 986 हैमपञ्चपाठी.. [ हैम१९०८ पतिराजान्तगुणाङ्गराजादिभ्यः कर्मणि च // 71 // 60 // राजन् / कवि / ब्राह्मण / माणव / दण्डमाणव / वाडव / चौर / धूर्त / आराधय / विराधय / उपराधय / अपिराधय / अनृशंस। कुशल / चपल। निपुण / पिशुन / चौक्ष / स्वस्थ / विश्वस्त / विफल / विशस्य / पुरोहित / ग्रामिक / खण्डिक / दण्डिक / कर्मिक / चर्मिक / वर्मिक / शिलिक / सूतक / अजिनिक / अञ्जनिक / अञ्जलिक / छत्रिक / सूचक / सुहित / बाल / मन्द / होड / राजादिराकृतिगणः // 1925 युवादेरण् // 7 // 1 // 67 // युवन् / स्थविर / यजमान / कुतुक / श्रमण / श्रमणक / श्रवण / कमण्डलुक / कुस्त्री / दुःस्त्री / सुस्त्री / सुहृदय / दुर्हृदय / सुहृत् / दुहृत् / सुभ्रातृ / दुर्भात / वृषल / परिव्राजक / सब्रह्मचारिन् / अनृशंस / चपल / कुशल / निपुण / पिशुन / कुतूहल / क्षेत्रज्ञ / उद्गातृ / उन्नेतृ / प्रशास्तृ / प्रतिहर्तृ / होत / पोत / भ्रातृ / भर्तृ / रथगणक / पत्तिगणक / सुष्टु / दुष्ठु / अध्वर्यु / कर्तृ / मिथुन / कुलीन / सहस् / सहस्र / कण्डुक / कितव इति युवादिः / स्थविरश्रमणपिशुननिपुणकुशलचपल-अनृशं. सेभ्यो राजादिदर्शनात् व्यणपि / स्थाविर्य श्रामण्यमित्यादि / पूर्वत्राणि द्वैपादि न सिद्धयति / इह त्वनि यौवनादि इत्यत्रणोरुपादानम् // 1621 चौरादेः // 71 / 73 // चौर / धूर्त / युवन् / ग्रामपुत्र / ग्रामसण्ड। ग्रामसाण्ड / ग्रामकुमार / ग्रामकुल / ग्रामकुलाल / अमुष्यपुत्र / अमुष्यकुल / शरपत्र / शारपत्र / मनोज्ञ / प्रियरूप / अदोरूप / अभिरूप / बहुल / मेधाविन् / कल्याण / आढ्य / सुकुमार / छान्दस / छात्र / श्रोत्रिय / विश्वदेव / ग्रामिक / कुलपुत्र / सारपुत्र / वृद्ध / अवश्यम् / इति चौरादिः / 1936 पील्वादेः कुणः पाके // 7187 // पीलु / कर्कन्धु / शमी। करीर। बदर / कुवल / अश्वत्थ / खदिर इति पील्वादिः / 1937 कर्णादेर्मूले जाहः // 71 / 88 // कर्ण / अक्षि / आस्य / वक्त्र / नख / मुख / केश / दन्त / ओष्ठ / भ्रू / शृङ्ग / पाद / गुल्फ / पुष्प / फल / इति कर्णादिः / 1960 देवपथादिभ्यः // 7 // 1 // 111 // देवपथ। हंसपथ / अजपथ / वारिपथ / राजपथ / शतपथ / शङ्कपथ / स्थलपथ / सिन्धुपथ / उष्ट्रग्रीवा / वामरज्जु / हंस / ( हस्त ) इन्द्र / दण्ड / पथ्य / ( पुष्प ) मत्स्य इति देवपथादिः // 1963 शाखादेर्यः // 7 / 1 / 114 // शाखा / मुख / जघन / स्कन्द / स्कन्ध / मेघ / शृङ्ग / चरण / शरण / उरस् / शिरस् / अग्र / इति शाखादिः॥ 1966 काकतालीयादयः // 712117 // काकतालीयम् : खलतिबिल्वीयम् / अन्धकवतिकीयम् / अजाकृपाणोयम् / अर्धजरतीयम् / घुणाक्षरीयमित्यादि // ___1967 शर्करादेरण् // 7 / 1 / 118 // शर्करा / कपालिका / कम्वाष्टिका / गोपुच्छ / गोलोमन् / पुण्डरीक / शतपत्र / नराची / नकुल / सिकता /