________________ गणपाठः हैमपञ्चपाठी. 979 विनीत / आविनत / विकूच्या / अयस् / सायस् / इरस् / उरस् / अरुष्य / ऐरास / इर / आभ / मुद्गल / मौदगल्य / सुवर्चल / प्रतर / अजिन / अविनत / विकुट्याङ्कुश / पराशर इति कृशाश्वादिः / 1360 ऋश्यादेः कः // 6 / 2 / 94 // ऋश्य / न्यग्रोध / शर / निलीन / निवात / विनद्ध / सित / शित / नद्ध / निनद्ध / परिगूढ / उपगूढ / उत्तर / अश्मन् / उत्तराश्मन् / स्थूल / बाहु / स्थूलबाहु / खदिर / अरदु / अनडुह् / परिवंश / खण्ड / वोरण / कर्दम / शर्करा / निबन्ध / अशनि / खण्ड / दण्ड / वेणु / परिवृत वेश्मन् / अंशु इति ऋश्यादिः। 1361 वराहादेः कण् // 6 / 295 // वराह / पलाश / विनद्ध / निबद्ध / स्थूल / बाहु / स्थूलबाहु / खदिर / विदग्ध / विजग्ध / विभग्न / विभक्त / पिनद्ध / निमग्न इति वराहादिः / 1362 कुमुदादेरिकः // 6 / 2 / 96 // कुमुद / इक्कट / निर्यास / कङ्कट / संकट / गर्त / परिवाप / यवाष / कूप / विकङ्कत / बल्बज / अश्वत्थ / न्यग्रोध / बीज / दशा / शाल्मलि। मुनि। स्थल। ग्राम इति कुमुदादिः। 1363 अश्वत्थादेरिकण् // 62 / 97 // अश्वत्थ / कुमुद / गोमूठ / रथकार / दाश / ग्राम / घास / कुन्द / शाल्मलि / मुनि / स्थल / मुनिस्थल / कुट / मुचुकर्ण / मुचुकूर्णि / कुण्डल / शुचिकर्ण इत्यश्वत्थादिः / इतिकर णादू यथादर्शनं प्रत्ययव्यवस्थायामर्थप्रकृत्युपादानं प्रपश्चार्थम् / 1386 न्यायादेरिकम् // 62 / 118 // न्याय / न्यास / लोकायत / पुनरुक्त / परिषद / चर्चा / क्रमेतर / श्लक्ष्ण / संहिता / पदे / पद / क्रम / संघट / संघटा / वृत्ति / संग्रह / आयुर्वेद / गण / गुण / स्वागम / इतिहास / पुराण / भारत / ब्रह्माण्ड / आख्यान / द्विपदा / ज्योतिष / गणित / अनस्त / लक्ष्य / लक्षण / अनुलक्ष्य / सुलक्ष्य / वसन्त / वर्षा / शरद् / वर्षाशरद् / हेमन्त / शिशिर / प्रथम / चरम / प्रथमगुण / चरमगुण / अनुगुण / अथर्वन् / आथर्वण इति न्यायादिः / 1414 नद्यादेरेयण् // 6 // 32 // नदी / मही / वाराणसी / श्रावस्तो / कौशाम्बी / धनकौशाम्बी। वनवासो / काशफरो। खादिरी / पूर्वनगर / पूर्वनगरी। पुर / वन / गिरि / पुर / वनगिरि। पूर्वनगरो / पावा। मावा। माल्वा / दार्वा / सेतकी / सैतवी / इति नचादिः। 1422 कन्यादेश्चैयकञ् // 6 // 3 // 10 // कत्रि / पुष्कर / पुष्कल / पौदन / उम्पि / उम्भि / औम्भि / कुम्भो / कुण्डिना / नगर / महिष्मती। वर्मवती। चर्मण्वती इति कठ्यादिः। 1423 कुण्ड्यादिभ्यो यलुक् च // 6 // 3 // 12 // कुण्ड्या / कुण्या / उक्ष्या / भाण्ड्या / ग्रामकुड्या / तृण्या। वन्या / पल्या। पुल्या / मुल्या / इति कुण्ड्यादिः।