________________ गणपाठः] हैमपञ्चपाठी. लिङ्गः। कल्याणखुरा। पीनगुदा। एकशफा। दीर्घभाला / भव्यभाला / सुगला। सुभगा। कल्याणी उखा स्फिक् यस्याःसा कल्याणोखा / कल्याणगोखा / बहुवचनमाकृतिगणार्थम् / तेन किसलयकरा / मृणालभुजेत्यादि / / 491 क्रौड्यादीनाम् // 2480 // क्रौडि। लाडि / व्याडि / आपक्षिति। आपिशिलि। सौधातकि / भौरिकि। भौलिकि / शाल्मलि / शालास्थलि / कापिष्ठलि। रौढि / देवदत्ति / याशदत्ति / इत्यादय इञन्ताः / चौपयत / चैकयत। चैटयत / बैल्वयत / सैकयत-एतेऽगन्ताः / बहुवचनमाकृतिगणार्थम् / 641 वाहिताग्न्यादिषु // 3 // 1 // 153 // अग्न्याहितः। जातपुत्रः। पुत्रजातः। जातदन्तः। दन्तजातः। जातश्मश्रुः। प्रमश्रृजातः। पीततैलः / तैलपीतः / पीततः। घृतपीतः / पीतमद्यः। मद्यपीतः / पीतविषः। विषपीतः। ऊढभार्यः। भार्योढः। गतार्थः। अर्थगतः। छिन्नशीर्षः। शीर्षच्छिन्नः। बहुवचनमाकृतिगणार्थम् / तेन पीतदधिः / दधिपीत इत्यादयोऽपि भवन्ति / 643 न सप्तमीन्द्वादिभ्यश्च // 3 // 1 // 155 // इन्दुमौलिः / चन्द्रमौलिः। शशिशेखरः। पद्मनाभः। ऊर्णनाभः। पद्महस्तः। शंखपाणिः / दर्भपवित्रपाणिः / पद्मपाणिः / इत्यादि। 644 गड्वादिभ्यः // 3 // // 156 // गडुकंठः। कंठेगडुः। शिरसिगडः। गडशिराः। शिरस्यरुः / अरुःशिराः / मध्येगुरुः / गुरुमध्यः / अन्तेगुरुः / गुर्वन्तः। 647 नाप्प्रियादौ // 32 // 53 // प्रिया / मनोज्ञा / कल्याणो / सुभगा / दुर्भगा / स्वा। क्षान्ता / कान्ता / वामना / समा / सचिवा / चपला / बाला। तनया / दुहित / भक्ति / इति प्रियादिः / वामेत्यप्यन्ये / 678 कुंभपद्यादिः // 7 / 3 / 149 // कुंभपदी / जालपदी। एकपदो / शतपदी। स्थूणापदी। सूत्रपदी / मुनिपदी / शितिपदी। आर्द्रपदी। गोधापदी। कलशीपदी / दासीपदो / विष्णुपदी / कृष्णपदी / कृणिपदी / गुणपदी / द्रोण(णी)पदी / सकृत्पदी / सकरपदी। शुचिपदी / सूचीपदी / विपदी / अपदी / निष्पदी / अष्टापदी / अशीतिपदी / इति कुंभपद्यादिः। . 716 सुवादिभ्यः // 7 // 3 // 182 // सुभ्रः / लेखाधूः। शलाकाधूः / कोमलोरूः। संहितोरूः। वरोरूः / पीवरोरूः। जातिवचनत्त्वादूङन्ता एते। बहुवचनमाकृतिगणार्थम् / 735 तिष्ठग्वित्यादयः // 31 // 36 // तिष्टन्ति गावो यस्मिन् काले गर्भग्रहणाय दोहाय वाहाय वत्सेभ्यो निवासाय जलपानार्थ वा स कालस्तिष्ठद्गु / वहन्ति गावो यस्मिन् काले स कालो वहद्गु / आयन्ति गावो यस्मिन् स काल आयतीगवम् / रतेऽन्यदार्थे काले। तथा खले यवा यस्मिन् स कालः खलेयवम् / खलेबुसम् / निपातनात् सप्तम्या अलुप्। लूनयवम् / लूयमानयवम् / पूनयवम् /