________________ षष्ठं परिशिष्टम् हेमचन्द्रीयनिघण्टुशेषटीकान्तनिर्दिष्टानां ग्रन्थकृन्नाम्नामकारादिक्रमः / अन्यः 23, 58, 65, 67, 80, 88, चान्द्राः 217 90, 103 चामुण्डपण्डित 4 अन्ये 49, 150, 153, 168, 214 जयसागरोपाध्याय 102, 159, 181,197, अपरे 6, 17, 78, 81, 87, 89,109, 207, 220 142, 157, 164, 167, 194, 206 जिनराजसूरि 102, 159, 181, 197, अपरैः 94 207 220 अमर 11, 15, 17, 18, 25, 30, 43, 18, जैनाः 6 54, 57, 58, 61, 64, 66, 75, ज्ञानविमलोपाध्याय 1, 102, 159, 181, 88, 89, 115, 116, 12, 139, 197, 207, 220 140, 149, 176, 202, 206, त्रिपुरादिमन्त्र 3 207, दुर्ग 43, 67, 208 अमरसिंह 136 देवचन्द्रसूरि / इन्दु 18, 27, 41, 40, 48, 58, 66, धन्वन्तरि 24, 94, 95, 101, 107, 80, 85, 105. 164 126, 139, 147, 206 इन्द्र 94 नैरुक्ताः 24 एके 12, 13, 29, 46, 79, 89, 118, पूर्णतलगण 1 150, 163, 165, 171, प्राच्याः 157 172, 182 भागुरि 109,203 कन्दलीकार 3 भानुमेरुगणि 102, 159, 101, 197, केचित् 34, 128 207, 220 कौशिक 101 भोज 68 क्षीरस्वामी 5, 6, 7, 11, 12, 15, 21, मदनपाल 99, 107 32, 33, 42, 43, 45, 51, महेश्वर 29, 33, 40, 86, 108 55, 57, 58, 64, 66, 67, वर्धमानजिन 1 70, 71, 81, 86, 91, 94, वाग्देवता 1 . 100, 103, 105, 109, 113, वाचस्पति 12 26, 101, 129, 200, 116,, 118, 135, 10, 146, 150, 152, 13, वैद्याः 83 158 163, 171, 178, 185, वोपदेव 59 व्याडि 183 186, 193, 199, 202 206, 208 ? श्रीधर(धरसेन) 29, 30 109 गौड 15 49, 69, 90, 100 श्रीवल्लभगणि 102, 159, 181, 197, चन्द्र 49, 52, 73, 75, 141 207, 220 चन्द्रनन्दन 49, 76, 134 143, 167, हेमचन्द्रसूरि 1, 101, 158, 181, 197, 206, 220