________________ 324 प्रलोकः 60 पू० सागु 1. महूडउ टीड़ चतुर्थ परिशिष्टम् / पु० अर्थः टी० अर्थः श्लोकः पु० अर्थः टी० अर्थः अम्लवेतसद्वयम् . 99 पू० आरग्वधगिरि-किरमालउ कपित्थ कउठी मालउ अस्मंतक-आसंदानाम 101 पू० बीअउ आसद्रा 101 बीजकद्वयम् =जीबक . नारंग नारिंगु 102 सर्ज-ओकना खदिर 103 अर्जुन अर्जुन खदिरद्वयम् श्वेतखदिर 105 पू० शाकवृक्ष शाक अरिमेद=अहिमार भरंजु 106 / / धामण धमणउ सीबली 107 . शल्लकी सींबलिद्वयम् शाल्मलिविशेष . 108 पू० सरलउ-कुंदुरु सीसम 110 पू० देवदारुत्रयम् देवदारु शिंशपा शिशपाविशेष 111 पू० मधूक बदरीद्वयम् बोरि 111 खेजडी 112 मधूकमेद महाडोलु खीजडी सांगरी 113 ईगोरि हिंगोटु तिन्दुकद्वयम् काकटींडू गुग्गुलु गूगलु 115 श्वेतलोध्र पारिभद्र 117 प्र० मुनिलोध्र करीर कइर कयर 117 पू० लोध्रद्वयम् विकंकत% 118 पू० भूर्ज विकांकलिनाम . 119 गूंदी गूंदी बीली बीली 120 'मत्फलः' वडहर हरीतकी हरडइ 120 तृ. कटहर बहेडउ बहेडा 120 लकुच आमली आमला 122 वसन्तपादपः . आंबउ अरणि अरणी आम्र टींडू अरलू 124 पू० राजाम्र राजाम्र 125 सुगन्धिपत्रा . जांबू शिद्वयम् 125 जम्बूत्रयम् जम्बू विशेष तिनिश तिनिश मींडहलु मयणहल पलास. पलाश 128 पू० कूबावृक्ष कूबउ धव 129 पू० निचुल श्रीपर्णी सिविनि 130 पू० वेतस सप्तपर्ण सातवनउ-साद 131 पू० वेतसद्वयम् वेतसविशेष डिउ सतालू 132 वरुण वरुणा 114 लींब कांक 14. A 122 शिरघू धव