________________ 0 -0 पीपरी . चतुषा चतुर्थ परिशिष्टम् / हेमचन्द्रीयनिघण्टुशेषटीकाकृनिर्दिष्टमूलशब्दभाषार्थानां मूलसूत्रात्मकपु॰आदर्शो ल्लिखितभाषाथैः सह तुलना / प्रलोकः पु० अर्थः टी० अर्थः श्लोकः पु० अर्थः टी० अर्थः अशोक अशोक 33 पू० एला कंकोली एला वउल बकुल कर्पूर कपूर तिलक तिलकु 35 पू० कंकोल ककोल कांचनार कांचणयरु लवंग गवल 10 पू० चंपक __चांपउ 37 पू० नलिका-नलीनाम नलिका नागकेसर 38 पू० अतिमुक्त अमीतउ 12 पू० नागकेसर 39 पू० पिष्पल पीपल 13 पू० कयब पारसपीपल 15 पू० कदम्बकत्रयम् कयंब 40 पू० पीपरी कुडउ 17 पू० कुटजम् इन्द्रयव कुटजबीज पिष्पलविशेष शिरीष सिरीसु वट वडु पाडला उदुंबर पाटलाद्वयम् श्वेतपाटला काढुंबरी कालुंबरी अगरु अगर राजादनि रायणी 22 पू० कृष्णागरु कृष्णागरु पियालु पियाल श्रीषण्ड चंदन आम्रातक-अंबाडा अबाडओ बाबरु श्रीषण्ड बाबरउ 48 क्षीरार्कपर्णः रक्तचंदन रतांजणी चन्दनचतुष्कम् पतंग थोहरी थोहरी कणयर करमर्दक करमदा 27 पू० कर्णिकार जंबीर जंबीर पुन्नाग पुन्नाग करुण करणा अगस्त्य अगथियउ बीजपूरक बीजउरउ श्वेतकणवीर श्वेतकणवीर मधुकर्कटी कणवीरद्वयम् रक्तकणवीर मधुकाकडी तमाल आंबिली आंबिली 31 पू. तमाल तमालपत्र तितिडीक तितिडीक 32 पू. सूक्ष्म एलची एलची आम्लवेतस उंबरा आकु अर्क BB 30 पू०