________________ 316 तृतीयं परिशिष्टम् / हस्तिकोशातकी-हस्तिकोशातकी ऐभी विशाला कटर्कच्छदा / 'क्षीरिणी--क्षीरिणी पटुपर्णी [कटुपर्णी पु० नि०] धर्षणी पीतदुग्धिका ३२३फेनक्षीरा हेमक्षीरा पीतक्षीरा करीषिणी [करीषणी नि०] हेमाह्वया हेमशिखा [हेमशिखी पु०नि०] हैमवती हिमावती 324 / 'शविनी--शङ्खिनी धनहरी [वनहरी पु० नि०] तस्करो चोरपुष्पिका केशिनी प्रन्थिका चण्डा [रण्डा पु०] श्वेतबुध्ना निशाचरी 325 / उंदिरकनी-आखुपर्णी-आखुपर्णी [आखुकर्णी टी०] पुष्पश्रेणी न्यग्रोधी [पुत्रश्रेणी न्यग्रोधा पु. नि०] शम्बरी वृषा [वृषपर्णी टो०] चित्रा उपचित्रा रण्डा [रण्डाखु पु० रण्डाख्यु नि. चण्डा टी०] प्रत्यक्श्रेणी द्रवन्ती 326 / 'पोयणी-पद्मिनी महावल्ली बिशिनी बिशबती पलाशिनी नालीकिनी [बिसिनी बिसनाभि पला सिनी नालकिनी पु० नि०] नलिनी पुटकिनी 327 / श्वेतकमल-कमल नलिन पद्म अरविन्द कुशेशय शतपत्र सहस्रपत्र राजीव पुष्कर 328 बिस. प्रसूत [बिसप्रसून टी०] नालीक तामरस महोत्पल जलरुह जलरुह जलजन्म जलज सरों रुह सरोरुह सरोजन्म सरोज पङ्करुह् पङ्करुह पङ्कजन्म पङ्कज [वारिरुह् वारिज सर सीरुह टी०] 329 / सिताम्भोज-पुण्डरीक सिताम्भोज / रक्तसरोरुह-रक्तसरोरुह रक्तोत्पल कोकनद / कैरविणी--कैरविणी कुमुद्वती [कुमुदिनी टो०] 330 / उत्पल-उत्पल कुवलय कुवेल कुवल कुव [कवल वल नि०] / श्वेतोत्पल--कुमुद [कुमुद् टी०] कैरव गर्दभाह्वय 331 / नीलोत्पल--इन्दीवर / रकोत्पल--हल्लक रक्तसन्ध्यक [रक्तसन्धिक नि०] / सौगन्धिक--सौगन्धिक कहार [कल्हार पु० नि०] / वीजकोश-बीजकोश वराटक 332 कर्णिका / बिसु-पद्मनाल--पद्मनाल मृणाल तन्तुल बिस / केसर--किल्क केसर / नव्यदल-तरयन्त्रक--संवर्तिका 333 / पद्मकन्द--करहाट शिफ [शक पु.] / पद्ममूल-उत्पलकन्द-शाल्क / गंठ-पद्मबीज-पद्मबीज पदमाख्य [पद्माक्ष पु० नि०] पद्मकर्कटिका 334 / / 1. (1) दारुडी (गुर्जरे) (2) हिरवी (काश्मीरे) // 2. आंखफुटामणी // 3. उंदरकणी 1. पोयणा // 5 (1) कमळ काकडी (2) पबडी (सौराष्ट्रे) //