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________________ हैमनिघण्टुशेषटीकान्तर्गताः संस्कृतशब्दयुता लोकभाषाशब्दाः। 305 'वमनी-कर्पासी [कार्पासो नि०] समुद्रान्ता बदरी [बदरा नि०] तुण्डिकेरी / वन्यकासी-भारद्वाजी [भरद्वाजी पु० नि०] भद्रा चन्दनबोजिका 157 / *कामवृक्षा-वन्दा-वन्दा तटरुहा [तरुरुहा नि०] शेखरी पादरोहण। [अपदरोहिण. पु.] वृक्षादनी वृक्षरुहा [वृक्षभक्ष्या नि०] जयन्ती कामपादप 158 / वन्दाविशेष-क्षीरवृक्षभव नन्दीमुख [नन्दीवृक्ष नि०] जयद्रुम / अरडूसा-आटरूष [अटरूष टी०] वृष वासा वासिका [वाशिका पु. नि. टी.] वाजिदन्तक 159 भिषग्माता सिंहमुख सिंहिका सिंहपर्णिका / "तुम्बुरु-तुम्बुरु [तुम्बरु पु० नि०] सानुज सौर सारस [सौरस पु० सौरभ नि०] वनज अग्निक [अन्धक नि० अन्दक पु० पु१ पु२] 160 तीक्ष्णवल्क तीक्ष्णफल तीक्ष्णपत्र महामुनि / केलि-कदली हस्तिविषा रम्भा मोचा अंशुमत्फला [भानुफला टी०] 161 काष्ठीला वारण बुसा [वारणबुशा नि० वारणतसा पु.] कोलोरस [कालीरस पु० नि०] / 'तगर-तगर कालानुसार्य वक्राख्य [चक्राख्या नि० कुटिल जिह्म टी.] नहुष [नधुष पु. मधुरो नि०] नृप 162 "पद्मनस-तूल नूद ब्रह्मदारु [ब्रह्मचारु नि.] ब्रह्मण्य ब्रह्मकाष्ठक ब्रह्मनिष्ठ यूप [दाप नि०] क्रमुक ब्रह्मचारिन् 163 / 'मोषउ-मुष्कक मूषक [मोक्षक नि०] घण्टा झाटल [क्रन्दाल नि०] मोक्ष मुञ्चक पाटलि गोलिह गोलीढ टी०] क्षारश्रेष्ठ 164 / 'वांसु-वंश यवफल वेणु शतपर्वन् तृणध्वज मस्कर [तस्कर पु.] त्वचिसार त्वक्सार कार तेजन [कर्मारतेजन पु०] 165 / १०गांगेटी-गाङ्गरुकी विश्वदेवा [विश्वदेवदेवा नि०] झषा [रुषा पु० ] ह्रस्वगवेधुका [ह्रस्वा गवेधुका नि० पु१ पु२] खजा [खण्डा पु० नि०] अरिष्टा नागबला खरगन्धनिका [खर बन्धनिका नि०] 166 / "दारुहलद्र-दावी दारुहरिद्रा हरिनु कण्टकेरुका [पीता करङ्कटेरिका नि०] पौतम पीतदारुः [पीतदारु नि०] पीतन पीतचन्दन 167 पर्जनी कण्टकिनी [कर्कटकिनी पु. नि.] कालीयक [कालेयक पु. नि.] पचम्पचा / "थूणीयउ-प्रन्थिपर्ण [प्रन्थिपर्णी पु.] लिष्टपर्ण विकीर्ण शीर्णरोमक 168 हरित कुकुर पुष्प शुकगुच्छ [गुच्छ शुकपुष्प नि०] शुकच्छद स्थौणेयकः वह्निचूडम् आराम प्रन्थिका [वह्निचूडा सुगन्ध ग्रन्थिक नि०] 169 / ७पीक-स्पृक्का ब्राह्मणी पङ्कमुष्टिका पिशुना वधू समुद्रान्ता मरुन्माला निर्माल्या देवपुत्रिका 170 लङ्कोयिका [लङ्कातिका नि०] कोटिवर्षा देवी पङ्कजमुष्टिका गोमिन् स्वर्णलता इन्द्राणी मरुत् माला [मरन्माला नि० मारुत स्रग टो०] लता लघु 171 / 1. कपास // 2. वांदो / / 3. अरडूसी // 4. नेपाली धनिया // 5. केळ // 6. तगर // 7. नावगम्यते सम्यक् / / 8. (1) मोखो (2) नकटीनुं झाड // 9. वांस // 10. गंगेटी / / 11. दारुहलदर // 12. पत्राण्यस्य 'तालीसपत्र' संज्ञानि / / 13 चोधारो / /
SR No.032753
Book TitleNighantu Shesh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1968
Total Pages414
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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