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________________ हैमनिघण्टुशेषटीकान्तर्गताः संस्कृतशब्दयुता लोकभाषाशब्दाः 303 मयणहल-मदन श्वसन [ छर्दन नि०] राठ शल्यक विषनाशन करहाट मरुवक पिण्डिन् पिण्डतक / फल 126 सूर्यपुत्र कर्कटक विषगन्ध [ विषघात पु० ] विषोदर मत्स्यान्तकफल राज पुत्रक कफवर्धन 127 / *कुबउ-कुब्जक कामुकः [कामुकं नि० ] श्यामसार फुल्ल: [ फुल्ली सं० ] निमिदुम [ निमीम सं०पु० मिसिद्रुम नि० ] / इजर-निचुल नदीकान्त अम्बुज हिज्जल इज्जल 128 गन्धपुष्प [ गन्धपुष्य सं०पु० ] गुच्छफल अम्बुजात कच्छपाली [ अनुवाक कच्छकोली सं०पु०नि०] / वेतस-वेतस विदुल शीत नदीकूलप्रिय रथ 129 अभ्रपुष्पः [ अभ्रपुष्पं पु० ] पत्रमालिन् वानीर वजुल / जलवेतस-अम्बुवेतस [ अम्लवेतस सं०] भीरु नादेयी बालभीरुक 130 विदुल मजरी नम्र परिव्याध निकुञ्जक। "वरुणा-वरुण [वरण टी० ] गन्धवृक्ष तिक्तशाकः [ तिक्तशाकं सं० ] कुमारक 131 *वेतपुष्प श्वेतफल तमाल मारुतापह शीधुवृक्ष [ सीधुवृक्ष सं०पु०नि०] श्वेतवृक्ष सेतु अश्मरिकारिपु [ अस्मरिकारिपु पु०] 132 / 'आंकुलु-अङ्कोठ पीतसार दीर्घकील निकोच क अङ्कोल्लक [ अङ्कोलक नि० ] ताम्रफल रेचक गन्धपुष्पक 133 / भीलामा-भल्लातक वीरतरु अरुक अरुष्कर व्रण भौतिक भूतरुह रिस्नेह शोफकर धनुष् [धनु ___टी० ] 134 अग्निमुखी बहुपत्र भल्ली सूर्यसंज्ञक अग्निसंज्ञक / 'अरीठा-अरीठउ-अरिष्ट कृष्णबीज [ कृष्णवर्ण रक्तबीज नि० ] अर्थसाधन 135 शुभनामन् शीतफेन [ पीतफेन पु०नि० ] फेनिल गर्भपातन / 'नींब-निम्ब सर्वतोभद्र पारिभद्र सुतिक्तक 136 पिचुमन्द [ पिचुमदं टी० ] यवनेष्ट शकेष्ट [ शुकेष्ट पु०नि० ] शुकमालक [शुकमाल मालक टी० ] अरिष्ट हिगुनिर्यास नेतृ नियमन 137 / बकायणि-महानिम्ब निम्बरक कामुक [ निम्बक कार्मुक नि० ] विषमुष्टिक रम्यक क्षीवक वृक्का [ वृक्षा सं० पु. वृक्षः नि० ] अक्षिपील केशमुष्टिक 138 / "पीलू-वेणु-गोलु सिन् सहस्राझिन् [सहासाङ्ग नि० ] शीत करभवल्लभ गुलमारि गुडफल 139 / "अखोड-अझोट कर्पराल फलस्नेह गुहाश्रय [गुहाशय नि.] / "पारापत-पारापत [ पारावत नि० ] साराम्ल कृतमाल [ रक्तमाल नि० ] परावत 140 आरे ___वत सारफल। महापारावत - महापारावत महत् कपोताण्डतुल्यफल / १४रुद्राक्ष-रुद्राक्ष महामुनि 141 / चतुर्मुखरुद्राक्ष-ब्रह्मन् / 1. मोढळ / / 2. 'मोगरो' इत्येतस्य कापि अरण्यजातिः सम्भाव्यते // 3. समुद्रफल / / 4. वाळुज (महाराष्ट्र) // 5. (1) वरणो (2) वायवरणो // 6. (1) अंकोल (2) आंकोल // 7. भीलामो // 8. अरीठो / 9. लींबडो // 10. बकानलीबडो / 11. पीलू // 12. अखरोट // 13. 'जमरूख' इति सम्भाव्यते // 11. रुद्राक्ष / / .
SR No.032753
Book TitleNighantu Shesh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year1968
Total Pages414
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size26 MB
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