________________ 288 . " ato प. द्वितीय परिशिष्टम् / शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः स्त्री० मोडथेरी श्वेतकुन्द , श्रवणा श्वेतकणयर पुं० 290 पील उनी ३१५पा० श्वेतकुम्भीका स्त्री० पाटलाविशेष श्रवा 20 मोडोरी 215 श्रावणी श्वेतचन्दन न० चन्दन 22 चन्दन श्रीखण्ड 22 श्वेतदूर्वा स्त्री० श्वेतदूर्वा 380 श्रीपर्ण अरणी ८५टी. श्वेतनामा , श्वेतगिरणई 308 श्रीपर्णी स्त्री०(न०) , 84 श्वेतनामिका सिवनी 93 श्वेतपाटला , पाटलाविशेष 20 कायफल 148 श्वेतपुष्प श्वेतकणयर 29 पुं०न० वरुणा श्रीपुष्प लवंग 132 श्रीफल दन्तीविशेष २०३पा० बोली पुं० श्वेतपुष्पा श्रीफला आमला स्त्री० 83 श्वेतगिरणई श्वेतपुष्पिका. , 307 श्रीफलिका गुली 250 श्वेतपुष्पी दन्तीप्रकार 203 श्रीमत् ऋषभु 173 शंखाहुली 255 श्रीमती स्त्री. मल्लिकाविशेष२४३ श्वेतफल वरुणा 132 श्रीवराक षडकूतिर 356 श्वेतबुध्ना स्त्री. शलिनी - 325 षडकूतिर 356 श्रीवारक श्वेतमरिच पुं० - श्वेत शिरघू 89 श्रीवास श्वेतमूला स्त्री० साटहडी पीपल श्रीवृक्ष 38 श्वेतवचा श्वेतवज श्रीहस्तिनी 355 श्रीहस्तिनी स्त्री० उंबरा श्वेतवल्क श्रेयसी 81 श्वेतबृक्ष वरुणा 132 श्वेतशिम्बिक वाल 392 राठ श्वेतसर्षप 294 श्वेतसरसव पाठ 398 गजपीपली श्वेतसार श्वेतखदिर ६५पा. ध्याह श्वेतनिगुंडी 185 श्वेतसुरसा स्त्री० भ्याह्वय लवंग श्वेतस्यन्दा श्वेतगिरणई 308 श्लक्ष्णपत्र आसद्रा ६२पा. श्वेता , श्वेतपाटला २०पा. श्लिष्टपर्ण न. थूणीयउ 168 उत्पलशारिवा 313 इलीपदारि करंजूयउ 144 श्लेष्मातक गून्दी 118 षट्पदातिथि पुं० चांपउ 9 श्वदंष्ट्र गोखरू 200 षट्पदानन्दा स्त्री० मल्लिका विशेष 243 श्वदंष्ट्रा २००पा. षडङ्ग पुं० गोखरू 200 पुं० श्वसन मयणहल 126 स्त्री० " २००पा० श्वित्रनी शेफालिका 186 षडन्त 201 श्वेत न. बाबरउचन्दन 24 षड्ग्रन्थ करज्जविशेष 145 श्वेतकन्दिका स्त्री० अतिविसु 290 षड्ग्रन्था स्त्री० शढ़ि 232 208 बीली पापली 307 बीली षडङ्गी स्त्री . पुं०