________________ शेष वडु " नीलिका 3 संठि " , अशोक 3 पुं०न. : 208 102 हैमनिघण्टुशेषान्तर्गद्वानां शब्दानामनुक्रमः / 287 शब्दः लिङ्गम् अर्थः प्रलोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः शुक्तिकाम्ली स्त्री० आंबिली ५६पा. शेवालदलसम्भव न. काकरहूले 383 शुक्तिपर्ण सातवनउ पुं० अतिरिक्त शुङ्गो स्त्री० पीपरी 40 शैखरिक आझाझाडा 204 शैत्य धान्य ३८६पा. अंबाडओ 47 शैलुष पुं० बीली 79 शुचिपत्रा , खेजडी शेवल शुण्ठी 206 शैवाल शुभनामन् पुं० अरीठा 136 शोकनाशन पु० शुषिरा स्त्री० नलिका शोणक अरलू ८६टी. शूकधान्य न० यवादि 400 शोधन कंकुष्ठ 176 शूकशिम्बि स्त्री० कउंछि 301 शोधिका स्त्री० रक्तकांग 395 शूकशिम्बी , ३०१पा. शोनक अरलूटीटू 86 शून्यमध्य नलु 374 शोनाक ,, ८६पा. शून्या नलिका शोफकर भीलामा 134 सावनील 274 शोफनी स्त्री. साटहडा शूर पु० सागु शोभाञ्जन शिरघू 87 शूर्पपर्णिका स्त्री. मुदगवनी शोषण अरलू ८६पा. शूलिन् पुं० किरमालउ ९८पा. शोषहरी स्त्री. शमठ शृगालवर्णा स्त्री० पीठवनी १९८पा० शौण्ड जाइफल 237 शगालवित्ता , शौण्डी स्त्री. पीपली 305 शगालविन्ना 198 बीअउ ९९पा. शृगालिका स्त्री० विदारी 195 श्यामक रोहीस 369 शृङ्गक पुं० जीवक सामउ 394 शृङ्गबेर न० श्यामकन्दा स्त्री. अतिविसु 290 शृङ्गबेरी गोभी 259 श्यामल पीपल 39 शृङ्गिन् अंबाडओ 47 पा. श्यामलपुष्पक कासु 372 ऋषभु 173 श्यामवल्कल सिरीसु 18 स्त्री काकडासिंगौ 192 श्यामसार वेतखदिर 65 अतिविसु 29. कुबउ 128 शेखरो कामवृक्षा 158 श्यामा प्रियङ्गु 188 शेपाल नीलिका ३३५टी. पीपली 305 शेफालिका शेफालिका 186 श्य माक सामउ 394 शेलु गूंदी 119 श्यामागी स्त्री. श्वेतदूर्वा 379 शेवल न. नीलिका ३३५टी. श्योनाक अरलू ८६पा. शेवाल श्रवणशीर्षा स्त्री. मोडथेरी 216 211 शोरि न० सूठि शङ्गी स्त्री. न०