________________ शमी शाल शर शालि हैमनिघण्टुशेषान्तर्गताना शब्दानामनुक्रमः / 285 शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः शब्दः लिङ्गम् अर्थः श्लोकः शफा स्त्री. पद्मकंद 334 पा० शारदी स्त्री० उत्पलशारिवा 313 शबरपादप पुं० श्वेतलोध्र 115 शारि पुं० बीअउ शमठ शमठ 353 शारिवा स्त्री० उत्पलशारिवा 313 स्त्री० खेजडी ,, चन्दनशारिवा ३१४पा. शमोधान्य न० माषादि शाङ्गस्था , करज विशेष 116 शमीपत्रा स्त्री० खयरी 283 सागु 102 शम्पाक किरमालउ 98 पा. शालपर्णी स्त्री० सावनील 273 शम्बरी उदिरकनी 326 मेद 291 शम्याक किरमालउ 98 शालमर्कट पुं० बृहन्मूलक ३५७पा. शरकड शालामर्कट शरटा स्त्री० उत्पलशारिवा ३१३पा० कलमोदन 387 शलाटु पुं० बीली 79 शालिक न. बालतृण 377 शलापु 79 पा. शालिपर्णी स्त्री० सावनील २७३पा. शल्यक मयणहल 126 भेदा २९१पा० शश मुनिलोध्र 116 शालीन बीहाली 279 शशिगन्धिका स्त्री० नीमाली 241 शालूक जाइफल 237 शष्प पुन० बालतृण पद्ममूल शस्त्रधारण पुं० एकमुखीरुद्राक्ष 143 शालेय बीहाली 279 शाक पुं० शाक शाल्मलि पुं० स्त्री० सीबली 104 शाल्मलिक शाल्मलिविशेष 68 शाकज्येष्ठ वथुआ 348 शाल्मली स्त्री० कुशाल्मली ६८पा. शाकपुष्प कइर शाल्मलीदल पुं० सातवनउ 96 शाकवीर वथुआ 348 शाल्योदनोपम , 240 शाकश्रेष्ठ 348 पा० शिखण्डिनी स्त्री० जूही 238 शाकश्रेष्ठा स्त्री० चिणउठी शाकाम्ल तिन्तिडोक হিং / लवङ्ग 35 शाखाम्ल अम्लवेतस शिखरिणी स्त्री. नीमाली 241 शाण्डिल्य शिखरी स्त्री० आझाझाडा 205 शाद्वला स्त्री० द्रो शिखिग्रीव पुं० श्रेष्ठबीअउ 101 शाबर शिखिन् , षडकूतिर ३५६पा. शारद सातवनउ ९६पा० शिग्रु पुं०न० शिरघू अमरः, ९६टी० शिति स्त्री० षडकूतिर 356 पीतमुंग 390 शितिवर पुं० शारदी स्त्री० सातवनउ शितिवारको जलपिंपली शिफा पद्मकन्द दोडी पु. 4deg बीली श्वेतलोध्र 115 सिरयू ato "