________________ जैन लेख संग्रह खण्ड पहला-दूसरा-तीसरा संग्रहकर्ता-श्रीमान् बाबू पूरणचंदजी नाहर / (मूर्तियों पर के शिलालेख ) लेकांक | | वंशगोत्र और जातियों लेखांक वंश गोत्र और जातियों | 490 4 | उपकेशवंसे जाणेचा गोत्रे 93 उकेशगंसे गोखरू गोत्रे उपकेशवंसे नाहारगोत्रे उपकेशगंसे कांकरियागोत्रे उपकेशज्ञाति भादडागने उपकेशज्ञाति आदित्यनाउपकेशवंसे लुणियागोत्रे गोत्रे चोरवडियया साखायां | उपकेशवंसे बारडागोत्रे 509 उपकेशज्ञाति चोपटागोत्रे उपकेशवंसे सेठियागोत्रे 596 उपकेशज्ञाति भंडारीगोने 41 / उपकैशवंसे संखवालगोत्रे | 598 ढेढियाग्रामे श्री उएसवंसे उपकेशवंसे ढोका गोत्रे 610 उकेशवसे कुर्कटगोत्रे उपकेशज्ञातौआदित्यनाग गोत्रे 619 उपकेशज्ञाति प्रावेचगोत्रे 51 | उपकेशज्ञातौ बंब गोत्रे .659 / उपकेशनसे मिठडियागोत्रे 74 | उ० बलहागोरांकासाखायां 664 श्री श्रीयंसे श्रीदेवा+ . 75] उकेशवंसे गंधी गोत्रे १०१२उ० ज्ञाति विद्याधरगोग इस ज्ञाति का शिलालेख पाश्र्गनाथ की प्रतिमा पर वीरात् 184 वर्ष का हाल कि शोधखोज में मिला है वह मूर्ति कलकता के भजायब घर में संरक्षित है ( श्वेताम्बर जैन से)