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अध्याय प्रधान विषयः
पृष्ठांक की विधि (१-२८०)। वैष्णव धर्म के अनुसार पितृयज्ञ श्राद्ध तथा आशौच व प्रायश्चित्त का वर्णन ।
(२८१-५४२) ७ विष्णुस्थापनविधिवर्णनम्
२२३६ ऋषियों ने वशिष्ठ से विष्णु की मूर्ति के संस्थापन की विधि के विषय में प्रश्न किया (१) विष्णु की प्रतिष्ठा की विधि व समय का वर्णन
(२-११०) बृहद्योगीयाज्ञवल्क्यस्मृतिः १ मन्त्रयोगनिर्णयवर्णनम्
२२४८ सब मुनियों ने याज्ञवल्क्य से गायत्री, ओंकार प्राणायाम, ध्यान और सन्ध्या के मन्त्रों को पूछ
कर आत्मज्ञान की जिज्ञासा की (१-४४)। २ ओंकारनिर्णयवर्णनम्
२२५१ ___ओंकार का माहात्म्य और ज्ञान का वर्णन (१-४५) साकार-निराकार दो प्रकार के ब्रह्म का वर्णन और ओंकार की उपासना ब्रह्मज्ञान को
विकाश करनेवाली बताई गई है। (४६–१५८) ३ व्याहृनिनिर्णयवर्णनम्
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