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[ ३ ] अन्याय
प्रधानविषय ४५०४ प्रायश्चिचविधिव०
१८७० - स्वल्पापराध के प्रायश्चित्त (१-१०)। ५५०४ छच्छ्रशान्तपनादिव्रतविधिवर्णनम् १८७१
कच्छ, सांवपनादि व्रत की विधि बताई है (१-३३) । ६५०४ मृगारेष्टिः पवित्रष्टिश्चवर्णनम् १८७५
मृगारेष्टि पवित्रेष्टि का विधान । अपातक कम
छोटे व्यवहार वर्जित कर्मों के शोधनार्थ (१-१०)। ७०४ वेदपवित्राणामभिधानवर्णनम् १८७६ .... पाप कर्म से निवृत्त होकर पुण्य कर्म में प्रवृत्त होने
पर वैदिक मन्त्रों के पाठ से प्रोक्षण (१-१०)। ८०४ गणहोमफलमेतदध्यापनादौफलनिरूपणञ्च ।
१८७७ गण होम, अग्नि वायु आदि देवताओं का पूजन तथा स्मृति के पाठ और ज्ञान का माहात्म्य । स्मृति शास्त्र के परिशीलन तत् प्रदर्शित संस्कार सम्पन्नता से ब्रह्मलोक की प्राप्ति होती है (१-१७)। ॥सति संदर्भ के तृतीय भाग की विषय-सूची समाप्त ॥
॥ शुभम् भूयात् ॥