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अध्याय प्रधानविषय
पृष्ठाङ्क संग, परमेकान्त में रहना ये वैष्णव के चिह्न हैं . . (६१-३५१)। बृहत् हारीत स्मृति में स्मृति-प्रतिपाद्य आचारव्यवहार प्रायश्चित्त के समुचित निर्णय के अतिरिक्त वैष्णवाचार, वैष्णवोपासना, विष्णु इष्टी; विष्णु पूजन सांग सावरण; वैष्णव पूजा उत्सव; रथयात्रा; एकादश्यादि व्रतोद्यापन; मण्डप-रचना . आदि का सुचारु विधान निरूपण किया है।
स्मृति सन्दर्भ द्वितीय भाग की विषय-सूची समाप्त ।
॥ शुभम् ॥