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________________ मिश्रबंधु-विनोद ग्रंथ-करीमा भाषा पद्य । विवरण-फारसी के दो-दो पद्यों के अनंतर हिंदी का एक-एक दोहा मन प्रसन्नकारक बनाया है। नाम-(१६३८ ) मुनि, ब्राह्मण फतेहपुर । ग्रंथ-राम-रावण का युद्ध । सीताराम विवेक । [ द्वि० ० रि०] नाम-(१६३९) मुनिलाल । इनका ठीक नंबर अब नाम-(१६४०) मुनी। ग्रंथ-फुटकर कविता। नाम-(१६४१ ) मुरलीदास साधु । ग्रंथ-फुटकर भजन। नाम-(१६४१ ) मुरलीधर । ग्रंथ-श्रीसाहिबजी की कविता । [प्र० ० रि० ] विवरण-प्रनामी संप्रदाय के थे। नाम-( १६४२ ) मुरलीराम साधु । ग्रंथ-(१)चितावनी सारबोध, (२)साखियाँ ज्ञान ब्रह्म को अंग। नाम-(१६४३ ) मुरलीराम । ग्रंथ-महाराज मुरलीराम जीरा पद । [ खोज १६०२] नाम-(१६४३ ) मुरली सखी। ग्रंथ-भावनाशतक। विवरण-राधावल्लभी। नाम-( १६४४ ) मुरारोदास साधु । ग्रंथ-फुटकर भजन-कीर्तन । नाम-(१६४५) मूरतिराम । अंथ-सार्धा श्रीमूरतिराम जीरा पद । [खोज १६०२]
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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