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________________ वर्तमान प्रकरण १३० जन्मकाल-१९२३ ।। विवरण-आप इतिहास और पुरातत्त्व के प्रसिद्ध विद्वान् हैं। आप कुछ पद्य-रचना भी करते हैं। श्राप राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' के सहपाठी एवं मित्र हैं । आप काशी-नागरी प्रचारिणी सभा के सभापति रहे हैं। उदाहरण एक घड़ी प्राधी घड़ी श्राधी ते पुनि प्राधि; कीन्हें संगति कवित की उपजत कविता व्याधि । आदि गुप्त कलचूरि पडिहार ; चंदेला गोहिल्ल विहार । तुगलक लोदी गोंड मुगल ; बुंदेला मरहट्ठा दल । डेढ़ सहस बरसे किय भोग ; तब गोरन को प्रायो योग। समय संवत् १९४४ नाम-(२५०७ ) अमानसिंह कायस्थ, देवरा छतरपुर। जम्मकाल-१६१६ । वर्तमान । नाम-(२५०८) कृष्णराम ब्राह्मण, जयपुर । ग्रंथ-सारशतक। विवरण-ये संस्कृत की भी कविता करते हैं । नाम-( २५०९) कृपाराम शर्मा, जगरावाँ, जिला लुधियाना। . .. ग्रंथ-(.) कर्मव्यवस्था, (२) न्यायदर्शन भाषा, (३) सांख्यदर्शन भाषा, (४) वैशेषिकदर्शन भाषा। जन्मकाल-१६१४। माम-(२५१०) गजराजसिंह ठाकुर, खरिहानी, जिला बारहबंकी। अंध-(.) अलंकारादर्श, (२) व्यंग्यार्थविनोद, (३) षट् ऋतुविनोद, (४) काव्यादर्शसंग्रह।
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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