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________________ १३०२ मिश्रबंधु-विनोद . (पद्य), (७) ग्रियर्सन साहब की बिदाई (पद्य), (८) देशी खेल दो भागों में (गद्य)। जन्मकाल-१६१६ । विवरण-कविता उत्तम है। आजकल श्राप कलकत्ते में काम करते थे। नाम- (२४६३ ) लक्ष्मीचंद । ग्रंथ-मोरध्वज नाटक । [पं० त्रै० रि०) समय संवत् १९४२ नाम-(२४९४ ) कन्हैयादास ( कान्ह ), वृदावन । ग्रंथ-छंदपयोनिधि (भाषा) (पिंगल )। जन्मकाल-१९१७। नाम-(२४६४ ) पं० रामरत्न सनाढ्य 'रतनेश' । ग्रंथ-(.) सनाढ्यवंशावली, (२) लक्षणा व्यंजना गद्य पद्यात्मक । जन्मकाल-१११८ । विवरण-आप उरई-निवासी पं० गिरिधरलालजी के पुत्र है। आप संस्कृत-ज्योतिष के विद्वान् तथा व्रजभाषा के योग्य उदाहरणकोज कवि राहु के प्रहार को बतावै घाव, कोज कहे विष को बसायो जानि मेली है; कोऊ शश शावक बतावै कोऊ छोनी छाँह, कोऊ छिद्र द्वारा तम नीलता ढकेली है। रतनेश श्यामता निहार · के निशेश बीच, जाको जैसी रुचि तैसी सुषमा सकेली है ;
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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