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________________ परिवर्तन-प्रकरण मध्यपुरी राजे विपुल साधु संत गाजे तामें, धाम छबि छाजें हुक्म रानी बलेश्वर की; गादी है वजार बंस कायस्थ, वजीरापुर, तामह हरिसेवक खास किंकर परमेश्वर की। नाम-(२१४४) खान । कविताकाल-१९२५ के पूर्व । विवरण-साधारण श्रेणो । नाम-(२१४५) हनुमानदास । ग्रंथ-गातमाला। कविताकाल-१६२५ के पूर्व । नाम-(२१४६) कमलाकांत वकील, गोरखपुर । ग्रंथ-हालाविहार । जन्मकाल-१६००। कविताकाल-१९२५ वर्तमान । नाम-(२१४७ ) कमलेश्वर कायस्थ,मंदरा, जिला गाजीपूर। ग्रंथ-(१) सत्यनारायण, (२) स्फुट । कविताकाल-१९२५ । मृत्यु १६६८। नाम-(२१४७) कालिदास चारण । कविताकाल-१६२५। विवरण-मूली काठियावाद के निवासी तथा राजा यशवंत सिह के यहाँ थे। इनकी कविता वीररस-पूर्ण है। नाम-(२१४७ ) केसरीसिंह । कविताकाल-१६२५।। विवरण-भ्रोल-निवासी भूपसिंह के पुत्र थे । पालीताने में भी रहे।
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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