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________________ परिवर्तन-प्रकरण कविताकाल - १६१४ । विवरण - बूंदी - दरबार में थे । साधारण श्रेणी । नाम – (२०६३) अच्छेलाल भाट, कन्नौज। -१८८६ । - ११११ जन्मकाल कविताकाल -- १६१५ नाम - ( २०६३ ) उरदाम । १ विवरण - मथुरा के चौधरी अटक के चौबे । व्यास कवि के शिष्य । इनका 'उरदामप्रकाश' ग्रंथ बनाया हुआ है । ये संवत् १९१५ तक जीते थे । ग्वाल कवि के शिष्य थे । जोबन मुलक लही मदन मोन छाप देकें राखे महीपजू ने, भटजुग जोरदार ; उरज - बुरज में मवासी छल राशि मानों, प्रियमन अंतर बनक नीके और दार | 'उरदाम' शिशुता शहर चढ़ि लूटि लिए, शरम धरम कढ़यो एकहू न श्रौर दार; ये न कंज खंजन, चकोर भौंर गंजन ये, करत कजाकी कजरारे नैन कोरदार | नाम - ( २०६४ ) काशी । ग्रंथ - ( १ ) गदर रायसो, (२) घूँसा रायसो, (३) छछ - दर रायो । कविताकाल – १६११ । [ प्र० औ०रि० ] नाम - ( २०६४ ) गणेशपुरी । विवरण - जोधपुर अंतर्गत पर्वतसन प्रगना के 'चारवास' नामक ग्राम के हिस्सेदार और वहीं के रहनेवाले । रोहडिया वारहट यतावत खांय के पदमजी चारन के दो पुत्र भए । बड़े का नाम 'रूपदान' और छोटे का 'गुप्तजी' यह
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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