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________________ परिवर्तन-प्रकरण नाम-(१९४२) रंगीला प्रीतम । कविताकाल-१६०० के पूर्व । . विवरण-इनके पद रागसागरोद्भव में हैं। नाम-(१९४३) रँगीली सखी । कविताकाल-१६०० के पूर्व । विवरण-इनके पद रागसागरोद्भव में हैं। नाम-(१९४४) लच्छनदास राजा खेमपाल' राठौर के पुत्र। कविताकाल-१६०० के पूर्व । विवरण-साधारण श्रेणी । पद-रचयिता । . नाम-( १९४५) शिवचंद्र । कविताकाल-१६०० के पूर्व । विवरण-इनके पद रागसागरोद्भव में हैं। नाम-(१९४६) शंकर कायस्थ, बिजावर । ग्रंथ-स्फुट । कविताकाल-१६०० के कुछ पूर्व । विवरण-कवि ठाकुर के पौत्र । नाम-( १९४७ ) श्याममनोहर । कविताकाल-१६०० के पूर्व । विवरण-हीन श्रेणी । नाम-( १९४८ ) श्यामसुंदर । कविताकाल--१६०० के पूर्व ! विवरण----इनके पद रागसागरोद्भव में हैं। नाम---(१९४९) सगुणदास । कविताकाल-१६०० के पूर्व ।
SR No.032634
Book TitleMishrabandhu Vinod Athva Hindi Sahitya ka Itihas tatha Kavi Kirtan Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshbihari Mishra
PublisherGanga Pustakmala Karyalay
Publication Year1929
Total Pages420
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size16 MB
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