________________ 422 बहुरत्ना वसुंधरा : भाग - 2 की तरह बिना रूके बोल सकती है, यह सब उपकार अनिलाबहन का है। तपश्चर्या में ज्ञानपंचमी, मौन एकादशी, मेरुत्रयोदशी, पोष दशमी और सहस्रकूट के 1024 एकाशन इत्यादि तप अनिलाबहन ने किया है। सा. श्री पुण्यप्रभाश्रीजी म. और सा. श्रीपूर्णभद्राश्रीजी म. का विशेष उपकार अनिलाबहन के जीवनविकास में है / आज 54 साल की उम्र में भी अप्रमत रूप से तप-जप-स्वाध्याय अध्ययन- अध्यापन -सामायिक -प्रतिक्रमण आदि आराधना द्वारा अपने मानवभव को सार्थक करते हुए एवं अन्य विकलांग व्यक्तियों के लिए प्रेरणाप्रद जीवन जीते हुए अनिलाबहन की आराधना की भूरिशः हार्दिक अनुमोदना / पता : अनिलाबहन अरविंदभाई दलसुखभाई 1208 वीरचंद दीपचंद की हवेली, रूपा सूरचंद की पोल, माणेक चौक, अहमदाबाद (गुजरात) 380001.