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-जिसके दिल में श्री नवकार, उसे करेगा क्या संसार?
अजीब करिश्मा नवकार का "NAVKAR IS DEVINE MAGICIAN''
पणिया श्रावक की याद इस कलिकाल में दिलाने वाला और संतोषपूर्वक जीने वाला एक श्रावक भाई।
__थोड़े वर्ष पूर्व ही जिनके जीवन में नवकार के इस चमत्कार का सृजन हुआ था।
उस भाई का प्रतिदिन नवकार की एक पक्की माला गिनने का नियम था! रात को सोने से पहले 108 नवकार गिनते ही, नहीं तो उन्हें नींद नहीं आये।
एक बार उस भाई को पास के गांव में जाना पड़ा। वह पैदल ही प्रवास कर उस गांव में पहुँच गये और कार्य निपटाकर शाम को वापिस घर रवाना हुए।
किंतु रास्ते में ही रात हो गई। घर अभी दूर और अंधकार घोर था। उन्हें इस कारण रास्ते में ही एक वृक्ष के नीचे रात्रि व्यतीत करने का विचार आया और आसपास की जगह थोड़ी साफ कर वे सोने की तैयारी करने लगे। आज उनकी नवकार की एक माला गिननी शेष थी। किंतु आज माला तो घर रह गई थी। अब क्या करना? इसलिए 108 नवकार मंत्र गिनने की विधि सही हो, उस दृष्टि से आस-पास पड़े कंकड़ पत्थरों में से कुछ अच्छे और गोल छोटे कंकड़ों को इकट्ठा किया। फिर उन्होंने 108 गिनकर शेष सभी फैंक दिये।
अब उन नमस्कार-आराधक भाई ने अपना जाप शुरू किया। कंकड़ो के ढेर में से एक कंकड़ उठाते, उस पर एक नवकार गिनकर पास में रख देते... इस प्रकार, एक के बाद एक सभी कंकड़ों पर नवकार गिनकर दूसरी ओर ढेर करने से, उनका 108 नवकार का जाप पूर्ण हुआ।
किंतु अब उनको विचार आया कि, 'उन पत्थरों को क्या मैं फैंक
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