________________
वरंगचरिउ
235 36. सिरिवालचरिउ, कवि नरसेन विरचित, सम्पा. देवेन्द्र कुमार जैन, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, - नई दिल्ली, 1974. 37. हरिवंश पुराण, जिनसेनकृत, सम्पा. पन्नालाल साहित्याचार्य, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, नई
दिल्ली, 1962. आधुनिक समालोचनात्मक ग्रंथ 38. उपाध्याय, बलदेव, भारतीय दर्शन, शारदा मन्दिर, बनारस, 1948. 39. कासलीवाल, कस्तूरचन्द, राजस्थान के जैन संत व्यक्तित्व एवं कृतित्व, श्री दिगम्बर जैन ___अतिशय क्षेत्र, श्री महावीरजी, जयपुर, 1967. 40. कोछड़, हरिवंश, अपभ्रंश साहित्य, भारतीय साहित्य मंदिर, दिल्ली, 1956. 41. चन्द्रशेखर, तुलसी की दार्शनिक शब्दावली का सांस्कृतिक इतिहास, उत्तरप्रदेश हिन्दी ___संस्थान, लखनऊ, 1990. 42. चटर्जी, सुनीति कुमार, भारतीय आर्यभाषा और हिन्दी, शतकमल प्रकाशन, दिल्ली (प्रथम ___संस्करण, 1954), द्वितीय संस्करण, 1977. 43. जैन, जगदीशचन्द्र, प्राकृत साहित्य का इतिहास, चौखम्भा विद्याभवन, वाराणसी, 1985. 44. जैन, जिनेन्द्र, जैन काव्यों का दार्शनिक मूल्यांकन राधा पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली, 2001. 45. जैन, देवेन्द्रकुमार, अपभ्रंश और हिन्दी, राजस्थान प्राकृत भारतीय संस्थान, जयपुर, 1983. 46. जैन, देवेन्द्र कुमार, अपभ्रंश भाषा और साहित्य-भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, 1965. 47. जैन, प्रेमसुमन, प्राकृत कथा साहित्य परिशीलन, संघी प्रकाशन, जयपुर, 1992... 48. जैन, प्रेमसुमन, कुवलयमालाकहा का सांस्कृतिक अध्ययन, प्राकृत जैनशास्त्र एवं अहिंसा
शोध-संस्थान, वैशाली, बिहार, 1975. 49. जैन, प्रेमसुमन, जैनधर्म की सांस्कृतिक विरासत, भारतीय विद्या प्रकाशन, दिल्ली, 2005. 50. जैन, प्रेमचन्द्र, अपभ्रंश कथाकाव्य एवं हिन्दी प्रेमाख्यानक, सोहनलाल जैनधर्म प्रचारक
समिति, अमृतसर, 1973. 51. जैन, राजाराम, रइधू ग्रंथावली, जीवराज ग्रन्थमाला, सोलापुर, महाराष्ट्र. 52. जैन, राजाराम, रइधू साहित्य का आलोचनात्मक परिशीलन, प्राकृत जैनशास्त्र और अहिंसा
शोध संस्थान, वैशाली, 1974. 53. जैन, श्रीचन्द, जैन कथाओं का सांस्कृतिक अध्ययन, रोशनलाल एन्डसन्स, जयपुर-3. 54. नाहटा, अगरचन्द आदि (सम्पा.), राजस्थान का जैन साहित्य, प्राकृत भारती, जयपुर, 1977.