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14. बौद्ध दर्शन तथा अन्य भारतीय दर्शन, पृ . 478 15. मज्झिम निकाय 3/4/5 16. ऋग्वेद 10/57/5, 1/1/64, यजुर्वेद, 36/39 17. कठोपनिषद्, 1/2/6, __ मुण्डकोपनिषद्, 1/2/9-10, वृहदा. 6/2/8, 4/4/3 18. मनुस्मृति 12/40,12/549 19. गीता, 8/15-16,4/5 20. द्रव्य-संग्रह टीका; गा. 42 21. व्याख्या-प्रज्ञप्ति 21-24-8 सू. 18 22. आध्यात्मिक रामायण, अयोध्या काण्ड 9/14 23. अस्तित्व का मूल्यांकन पृ. 3-4 24. वही पृ. 3-4 25. (क) न्याय सूत्र 31/18
(ख) प्रमेय-रत्न माला 4/8 26. (क) अष्टसहस्त्री, हिन्दी अनुवाद पृ. 354 __(ख) जैन दर्शन: स्वरूप और विश्लेषण पृ. 494 27. कर्मवाद और जन्मान्तर पृ. 196-199 28. परमात्म प्रकाश 1/71 29. परीक्षामुख 3/5 30. प्रमेय-रत्न माला 4/8 पृ. 296 31. सर्वार्थसिद्धि 3/4 पृ. 208 32. भगवती 7/10 33. उत्तराध्ययन; 7/20 34. (क) उत्तराध्ययन; 13/23 (ख) वही; 4/3
तेणे जहा संधि-मुहे गहीए, सकम्मणा किच्चइ पावकारी।
एवं पया पेच्च इहं च लोए, कडाण कम्माण न मोक्ख अत्थि।। 35. (क) न्यायावतार; 3/2/61
(ख) जैन,बौद्ध तथा गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन;पृ. 323
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अहिंसा की सूक्ष्म व्याख्याः क्रिया