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33. वही, पृ. 541 34. आचारांग; 1/1/5-7 35. वही; 2/2/3 36. उत्तराध्यन; 32/7
(ख) अंगुत्तर निकाय; 3/331 37. जैन, बौद्ध गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन भा; 1, पृ. 482 38. पण्णवणा; 22/15-16 39. स्थानांग चूर्णि; पृ.303 40. वही; पृ.344 41. वृत्ति; पत्र - 51 42. पण्णवणा; 22 / 1579 43. सूत्रकृतांग; 2/2/21 टीका . 44. सूत्रकृतांग; 2/2/12 45. वृत्ति पत्र; 24 - परिवंदन संस्तव:प्रशंसा। 46. आचारांग; 1/1/40 47. प्रश्नव्याकरण; 1/6 48. वही; 1/3 49. वही; 1/8 50. वही; 1/11-12 51. आचारांग सूत्र; 1/13 - अट्टे लोए परिजुण्णे, दुस्संबोहे। 52. पण्णवणा; पद 22 सू.1568 पृ. 478 53. स्थानांग; 2/1/60 टीका, भ.ग.भा-2, 3/3/135, पण्णवणा 22/1568 । 54. भगवती; 3/135 टीका 55. प्रज्ञापना पद, 22 सू.1568 पृ .478 56. तत्त्वार्थ सूत्र; वृत्ति 6/6 56 (अ) तत्त्वार्थ/6/6/6 ठाणं पृ. 195 57. पण्णवणा, पद 22 सू.1568 58. तत्त्वार्थवार्तिक; 6/5
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अहिंसा की सूक्ष्म व्याख्याः क्रिया