________________
14. त्वं तत्र गच्छ वस्त्रं च प्रक्षालय-तू वहाँ जा और कपड़ा धो। 15. जडः न पठति-मूर्ख नहीं पढ़ता। 16. सः बालकः मूढः नैव अस्ति-वह बालक मूढ़ नहीं है।
पुल्लिंग 'अस्मत्' शब्द
अहम्
1. प्रथमा 2. द्वितीया 3. तृतीया 4. चतुर्थी 5. पञ्चमी 6. षष्ठी 7. सप्तमी
माम् मया मह्यम् मत् मम मयि
मुझे मैंने, मुझसे मेरे लिए मुझसे मेरा मुझमें, पर
शब्द
लिखित्वा, लेखित्वा-लिखकर। हृतम्-हरण किया। जानाति-वह जानता है। जानामि-जानता हूँ। . कर्तुम्-करने के लिए। प्रष्टुम्-पूछने के लिए। मिलित्वा-मिलकर। पाहि-रक्षा कर। उत्थाय-उठकर। नेतुम्-ले जाने के लिए। गन्तुम्-जाने के लिए।
तपः-तप। जानासि-(तू) जानता है। हर्तुम्-हरण करने के लिए। आनेतुम्-लाने के लिए। आलस्यम्-सुस्ती। आचरति-आचरण करता है। हन्तुम्-हनन (मारने) के लिए। हत्तुम्-शौच, पाखाना करने के लिए। आगन्तुम्-आने के लिए। वेत्तुम्-जानने के लिए।
वाक्य
1. अहं प्रात्रा सह ग्रामं गच्छामि-मैं भाई के साथ गाँव को जाता हूँ। 2. मया सह त्वम् अपि आगच्छ-मेरे साथ तू भी आ। 3. मह्यं वस्त्रं देहि-मेरे लिए (मुझे) कपड़ा दे। 4. हे ईश्वर ! मां पाहि-हे परमात्मन् ! मेरी रक्षा कर।