________________
कायोत्सर्ग का फल भंते! कायोत्सर्ग से जीव क्या प्राप्त करता है? ___ कायोत्सर्ग से जीव अतीत और वर्तमान के प्रायश्चित्तोचित कार्यों का विशोधन करता है। ऐसा करने वाला व्यक्ति भार को नीचे रख देने वाले भारवाहक की भांति स्वस्थ हृदय वाला-हल्का हो जाता है और प्रशस्त-ध्यान में लीन होकर सुखपूर्वक विहार करता है।
काउस्सग्गेणं भंते! जीवे किं जणयइ?
काउस्सग्गेणं तीयपडुप्पन्नं पायच्छित्तं विसोहेइ। विसुद्धपायच्छित्ते य जीवे निव्वुयहियए ओहरियभारो व्व भारवहे पसत्थझाणोवगए सुहंसुहेणं विहरइ।।
उत्तरज्झयणाणि २६.१३
६ अक्टूबर २००६
प्र-------
----------- ३०८
----
-
--------