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वाक्यरचना बोध
शब्दों को छोड़कर अकारान्त शब्दों से ईपप्रत्यय विकल्प से होता है । रात्री, रात्रिः । धूली, धूलिः । भूमी, भूमिः । क्ति अर्थ वाले–कृतिः, अजननिः।
नियम ९२-(उतोगुणादखरुसंयोगोपधात् २।३।७८) खरु और संयोग उपधा को छोडकर उकारान्त गुणवाची शब्दों से ईप्प्रत्यय विकल्प से होता है । पट्वी, पटुः । साध्वी, साधुः । लध्वी, लघुः। मृद्वी, मृदुः ।।
. नियम ९३-(यूनस्ति: २३।८६) युवन् शब्द से ति प्रत्यय होता है । युवतिः।
नियमः ६४-(नारी सखी २।३।७४) ईप् प्रत्ययान्त नारी और सखी शब्द निपात हैं। नारी, सखी।
नियम ९५-(सपत्न्यादौ २।३।६९) समान, एक, वीर, पिंड, भ्रातृ और पुत्र शब्द पूर्वपद में हों तो पति शब्द से ईप् प्रत्यय होता है और पति के इ को नकार आदेश हो जाता है। समानः पतिः अस्या सपत्नी, एकपत्नी, वीरपत्नी, पिण्डपत्नी, भ्रातृपत्नी, पुत्रपत्नी ।
प्रयोगवाक्य इयं कुमारी किशोरी तरुणी वा यत्र गच्छति तत्र त्वं मा गच्छ। इयं मृगी हंसी वा सुंदरी नास्ति । श्रेष्ठिनः भायाँ कृपणी अस्ति । उदारां भायाँ लब्ध्वा सः प्रसन्नोऽभवत् । उपाध्यायानीं दृष्ट्वा सोऽनमत् । क्षत्रियाणी न कदापि तिरस्कारं सहते । रात्र्यां वर्षा अभवत् । इमा भूमी पवित्रा विद्यते । जनाः जिनेश्वरं अर्चन्ति । भूपः चौरं तर्जति । गगने बलाहकाः (बादल) मर्जन्ति, नर्दन्ति, गर्दन्ति वा । दस्युः कं अतर्दत् ? काकः कर्दति । सर्पः शिशु
संस्कृत में अनुवाद करो पार्वती को कौन नहीं जानता? इन गायों में चितकबरी गाय अच्छी हैं। मैंने जंगल में कभी रोज की पत्नी को नहीं देखा । रमेश की घोडी कैसी है ? माय दूध क्यों नहीं देती ? मछली का आधार पानी है। यहां अनेक मुर्गियां हैं। भोजन पर मक्खी बैठी है। सिर में जुएं कहां से आती हैं ? सतीश की कोडी लाल और पीलेवर्ण वाली है। लक्ष्मी की माया विचित्र है । सुशीला सतीश की मामी है । यह स्त्री सुन्दर नाक वाली है। यह पतले पेट वाली लडकी है। महिमा के एक सौत है। रमा किस देव की पूजा करती है ? दादी ने नौकर की क्यों भर्त्सना की ? बादल क्यों गरजते हैं ? पशु की हिंसा मत करो। कौन-सा पक्षी खराब बोलता है। बालक को किसने काटा ? विमला क्या खाती है ? रावण क्यों घमंड करता था ?