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मांडवगढकामन्त्री
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* धाई देने वाले उस माधव नाट को
सोने की जोन, व हीरेके दांतों की पंक्ति, बहुमुल्य वस्त्र, पांच घोमे, और एक अच्छा गांव पारितोषिक में दिया, इसके बाद बहत्तर हजार प्रव्य खर्च करके गुरु महाराज का बमा नारी प्रवेश महोत्सव कराया। ___ एक वक्त पेथमकुमार हाथ जोमकर आचार्य महाराजसे प्रार्थना करने लगा कि हे स्वामिन् ! मैने जो आपके पाससे परिग्रह परिमाण व्रत ग्रहण किया है उससे मेरे पास बहुत अधिक
धन हो गया है उसको किस कार्य में 3 * लगाना चाहीये कि जिससे मेरा कट्याण हो। उसकी यह प्रार्थना सुन आचार्य महाराज ने फरमाया कि हे ।