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कुवलयमालाकहा की सांस्कृतिक अध्ययन
झसो (६४.१७) झोलियासु (२४-१३) = टंकछिण्णे (१७८.१७) टमरई (७२.३५) डंगा (४६.१४) डड्ढं (१६९.१७) डाइणीप्रो (८२.२८) ढंढाए (१६९.१७) णरेंसु (२४.१२) णहवयाओ (८.१) णज्जइ (११५.२५) णडइल्ला (४२.१५) णायरियाए (१८२.२२) = जिल्लुक्कदेहो (११५.३०) = णिप्पइरिक्के (१०.७३२) = णोल्लिया (५२.१७) णोल्लिज्जमाणी (५२.२०) = तड्डविय (२५.१३) तालियं (१०५.१६) तिमिगिली (६६.८) तोडहिया (८२.३३) थड्डो (६.५) दसणीय (६७.१२) दिण्णा हत्थसण्णा (६७.१३) = देसिओ (६२.१५) देसिय मेलिए (६५.२५) देवाणुप्पिया (९६.२८) धरिज्जइ (६.१३) धरिओ (४८.१२) धूसर (५६.१) पंगुलया (८५.२३)
मत्स्य, मछली (झक, फरसी में) डोली, झोली तलवार का काटा हुआ बाल-समूह लाठी, डागं दग्ध, प्रज्वलित डाकिनी ढण्ढण, एक जैन ऋषि वाहन-विशेष (?) नखक्षत (?) जानना नाटकीय, नाटक में रत रहने वाला नागरिका छिपा हुआ शरीर एकान्त स्थान प्रेरित की हुई घूमने लगी विस्तीर्ण ताला लगाना, बन्द करना मत्स्य की एक जाति वाद्य-विशेष गविष्ठ, अभिमानी भेंट हाथ के इशारे सौदा करना पथिक, यात्री व्यापारी-मण्डल राजा के लिए सम्बोधन पकड़ना, धरना पकड़ा हुआ घुस्सा लंगड़ा