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होओ, ॐ श्रीँ हे लोकमाता ! प्रसन्न होओ, ॐ श्रीं हे लोकजननि ! प्रसन्न होओ, ॐ
शोभावर्द्धनि ! ( शोभा बढाने वाली )
प्रसन्न होओ, ॐ श्रीँ हे अमृतसंजीवनि ! प्रसन्न होओ, ॐ श्रीँ है शान्तलहरी ! प्रसन्न
ॐ
श्रीँ
प्रशान्तलहरी
प्रसन्न
होओ, होओ, ॐ श्रीँ शान्तप्रशान्तलहरी प्रसन्न होओ, ॐ श्रीँ ग्लोँ श्रीँ आपको नमस्कार हो ! ॐ हीँ सभी शत्रुओंका दमन करने वाली ! सभी शत्रुओंका निवारण करो, विघ्नका छेदन करो, प्रसन्न होओ, हे, धरणेन्द्र पद्मावति ! मुझे सुख दो, प्रसन्न होओ !
मूलमंत्र - ॐ ह्रीँ श्रीँ असिआउसाणं नमः ।