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दफा ५६६ - ५६६ ]
मौका उत्तराधिकार
दफा ५९९ बनारस, मिथिला, मदरास स्कूल में वरासत मिलनेकाक्रम बनारस, मिथिला और मदरास स्कूलमें उत्तराधिकार नीचे लिखे क्रम के अनुसार पहिले कहे हुए वारिसके न होनेपर दूसरे वारिसको मिलता है । वरामत के
वारस
क्रमका नं०
-३
४
५
AU
१०
११
१२
१३
१४
१५
१६
१७
१६
T
लड़का, पोता, परपोता विधवा ( मृत पुरुषकी स्त्री ) लड़की
( १ ) बिन ब्याही लड़की (कांरी ) ( २ ) व्याही लड़की जो गरीब हो ३) व्याही लड़की जो धनवान हो लड़की का लड़का ( नेवासा दौहित्र ) माता
२०
२१
२२
बाप
भाई
( १ ) सहोदर भाई (सगा ) (२) भिन्नोदर भाई ( सौतेला ) भाईका लड़का
( १ ) सहोदर भाईका लड़का ( सगे भाईका ) (२) मिनोदर भाईका लड़का ( सौतेले भाईका )
भाईके लड़केका लड़का (भतीजेका पुत्र ) नोट- देखो नीचे बापकी मा ( दादी )
बापका बाप ( दादा - पितामह )
लड़के की लड़की
लड़की की लड़की
६६७
बहन
बहनका लड़का ( बहनके मरनेके बाद लिया हुआ गोदका पुत्र नहीं ) देखो ऐक्ट नं० १२ सन १६२६ ई० इस प्रकरणके अन्तमें
बापका भाई (चाचा) ( १ ) बापका सहोदर भाई ( लगा )
( २ ) बापका भिन्नोदर भाई (सौतेला) बापके भाईका लड़का ( चाचाका पुत्र ( १ ) बापके सहोदर भाईका लड़का ( सगा ) ( २ ) बापके मित्रोदर भाईका लड़का ( सौतेला ) बापके भाईका पोता
बाप बापकी मा ( दादाकी मा- पितामहकी मा ) बाप बापका बाप ( परदादा-प्रपितामह )
( क्रम समाप्त न समझना उदाहरणार्थ बताया गया है ) इसी क्रमसे ऊपर के पूर्वज और उनकी संतानवारिल होगी, देखो नक़शादफा ६२४ नोट - भहिके लड़के के लड़केकी, इलाहाबाद हाईकोर्ट के अनुसार यह जगह है, मगर मदरास क्रे कुछ फैसलोंके अनुसार वह चाचा के बेटों के पीछे माना गया है । बम्बई में उसकी जगह निश्चित नहीं, इसीसे 'बाप के भाई के लड़केके लड़के' को ऊपर नहीं बताया गया ।
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