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नवपदममल पूजा विधि. ७१९ णमो विनलमईणं ॥१६॥ नक्षी अणमो दसपुवीणं ॥ १७ ॥क्षी अ णमो चनदश पुबीणं ॥ १८॥ नक्षी अ णमो अठंग निमत्त कु शलाणं ॥ १९ ॥ * झी अर्श णमो विनब्बण इडिपत्ताणं ॥ २० ॥ नक्षी अर्ज णमो विजाहराणं ॥२१॥ शी अ णमो चारण लघीणं ॥ २२॥ नक्षी अ णमो पणासमणाणं ॥ २३॥ नक्षी अणिमो आ गासगामीणं ॥२४॥शी अ णमो खीरासवेणं ॥ २५॥ नक्षी अर्ज णमो सप्पिया सवाणं ॥ २६॥ नझी अर्श णमो महुआसवाणं ॥ २७॥ नक्षी अणमो अमियासवाणं ॥ २८॥शी अर्ज णमो सिघायणाणं ॥ २९॥शी अ णमो नगवया महइ महाबीर बघमाण बुधरि । सीणं ॥३०॥शी अणमो नग्गतवाणं ॥ ३१ ॥ नक्षी अझ णमो अक्खीण महाणसियाणं ॥३२॥ नक्षी अणिमो वढमाणाणं ॥ ३३ ॥
क्षी अर्ज णमो दित्ततवाणं ॥ ३४ ॥ नक्षी अणिमो तत्ततवाणं ।। ॥३५॥ नक्षी अ णमो महातवाणं ॥ ३६॥ नक्षी अणिमो घोर तवाणं ॥३७॥ नक्षी अणमो घोर गुणाणं ॥ ३८ ॥जी अण मो घोर परिकमाणं ॥३९॥ भी अ णमो घोर गुण बंनयारीणं ॥ ॥४०॥नी अर्ज णमो आमोसही पत्ताणं ॥ ४१ ॥नजी अर्ज णमो खेलोसही पत्ताणं ॥४२॥ नक्षी अणमो जल्लोसही पत्ताणं ॥ ४३ ॥ नक्षी अ णमो विप्पोसही पत्ताणं ॥४४॥ नक्षी अर्ज णमो सबोसही पत्ताणं ॥ ४५ ॥ ज्ञी अ िणमो मणवलीणं ॥ ४६ ॥ शी अझै णमो वयण वलीणं ॥४७॥ नक्षी अामो कायवलीण॥४८॥शी अ ई अमयाललब्धि पदेभ्योनमः ॥ * ॥ इसीतरे लब्धिपदका नाम बोल २ के तीजे चौथे पांचमै वलयमें खारकां सब ४८ चढावे ॥ ( पीने ) मंगल जीके गलेके स्थानके ही कारजी स्थापन किया है ( जहांसें ) साढातीन बलाका, मंमलजीकै चौतरफ देके नीचे (कों) ऐसा अक्कर लिखा है (जिसके) प्रथम वलयमें, आठे दिशाये, आठ गुरु पापुका स्थापन करके ८ दाम मफल चढावे ॥ (यथा)नशी अत् पाउकाभ्योनमः॥ १॥ (दामम चढावे )॥नक्षी सिघ पाउकाभ्योनमः ॥ २ ॥ जी आचार्य पाडका