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रत्नसागर
वीस देही तणो । प्रायुववर तीसहजाररे लाला । अष्टादश गणधर थया । तीससहस मुनीसर साररे लाला ॥ १० ॥ श्रीमु० ॥ श्रमणी सहस पचीसनी । संख्यावहुत्तर हजाररे लाला । इक लक्ष ऊपरि श्राविका । तीन लक्ष प चास हजाररे जाला ॥ ११ ॥ श्री मुनि० ॥ वरुणयक देवी नली । नर दत्ता सानिधकाररे लाला । सहस मुनि परिवारसें । गए मुक्ति महल सुख साररे लाला ॥ १२ ॥ श्री० ॥ विजयपिता विप्रामातजी सोवन सम श्रीनमिनाथ रे लाला । नीलकमल लंबन कह्यो । वपु धनुख पनर आयु साथरे लाला ॥ १३ ॥ ( श्रीनमिनाथ जिनेसरू ) || दसहजार वरस तणो । गणधर सित्तर परमाणरे लाला । वीस इकतालीस सहस किम । साधु साधवी संख्या जाणरे लाला ॥ १४ ॥ श्रीनमि० ॥ इकलख सित्तर सहस नी । तीनलक सहस वलि होयरे लाला । श्रावक संख्या श्राविका । अ नुक्रमकरि संख्या जोय रे लाला ॥ १५ ॥ श्री० ॥ विचरंता नूरुलै । या सिखर समेत मजार रे लाला । भ्रकुटी यह गंधारी सुरी । इक स हस मुनि परिवाररे जाला ॥ १६ ॥ श्री० दुहा ॥ * ॥ परमेसर श्री पास नी । महिमा जगति विख्यात । सिखर सिरोमणि सहसफण । जगजी वन जगतात ॥ १ ॥ * ॥ ढाल ॥ आदरजीव क्षमागुण प्रदर एहनी ॥ ॥ * ॥ जय जय परमपुरुष पुरषोत्तम । पारस पारस नाथ जी । सांवरिया साहिव जग नायक । नाम अनेक विख्यात जी || २ || जय २ सिखर समेत सिरोमणि । श्रीसांवरिया पास जी। ध्यावै सेवें जेनरतेहनी । पूरे वंबित सजी ॥ २ ॥ जय० २ ॥ कासीदेस वणारसि नगरी । श्री श्वसेन नरिंद जी । वामा माता जग विख्याता । तेहना सुत सुख कंदजी || ॥ ३ ॥ जय० २ ॥ पन्नग लंबन नीलवरण बबि । देही शुभ नवहाथ जी। एक सो वरस प्रमाणें । गणधर दस प्रनु साथजी ॥ ४ ॥ जय ० २ ॥ सोल सहस मुनिवर अरुश्रमणी । कही प्रगतीस हजार जी । मंगल विचरे नविजनकुं । वोधवीज दातारजी ॥ ५ ॥ ज० ॥ चोस स इस लाख इक श्रावक । गुणचालीस हजार जी । तीन लाख श्रावकणी संख्या । पार्श्व यक्ष सुर सारजी ॥ ६ ॥ ज० ॥ वीस जिनेसर मुगतै पुह