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माँ सरस्वती
२६) श्री महा-पच्चक्खान पयन्ना सूत्राय नमो नमः । २७) श्री भक्त-परिज्ञा पयन्ना सूत्राय नमो नमः । २८) श्री तंदुल - वैचारिक पयन्ना सूत्राय नमो नमः । २९) श्री संथारा पयन्ना सूत्राय नमो नमः ।
३०) श्री गच्छाचार पयन्ना सूत्राय नमो नमः । ३१) श्री गणि-विज्जा पयन्ना सूत्राय नमो नमः ।
३५
३२) श्री देवेन्द्र-स्तव पयन्ना सूत्राय नमो नमः । ३३) श्री मरण- समाधि पयन्ना सूत्राय नमो नमः । ३४) श्री निशीथ सूत्राय नमो नमः ।
३५) श्री बृहत्-कल्प सूत्राय नमो नमः ।
३६) श्री व्यवहार सूत्राय नमो नमः । ३७) श्री दशा- श्रुतस्कंध सूत्राय नमो नमः । ३८) श्री जीत-कल्प सूत्राय नमो नमः । ३९) श्री महानिशीथ सूत्राय नमो नमः । ४० ) श्री आवश्यक सूत्राय नमो नमः । ४१) श्री ओघ - निर्युक्ति सूत्राय नमो नमः । ४२) श्री दशवैकालिक सूत्राय नमो नमः । ४३ ) श्री उत्तराध्ययन सूत्राय नमो नमः । ४४) श्री नंदी सूत्राय नमो नमः । ४५) श्री अनुयोग-द्वार सूत्राय नमो नमः ।
श्री सम्यग्ज्ञानोपासना विभाग
तेज होती है ।
३२५
१३६६
८३६
२०००
७००
२०००
इस तरह ४५-आगम को दिन में १ बार वंदना करने से शीघ्र बुद्धि
१७६
२१६
६००
१६६
१७६
१०६
३७६
८३७
८२२
४७३
७००
८९६
१३०
४६४८
क्यों अनमोल खजाना है ?
'ज्ञाता धर्म कथांग' नामक आगम ग्रंथ में कुल 'साडे तीन करोड' कहानीयाँ थी ।
'४५ आगम ग्रंथों' के मूल श्लोकों की कुल संख्या प्रायः ७९,४१४ श्लोक प्रमाण है ।