________________ 312 आप्तवाणी-७ मिलावट करके देता है, तो वहाँ गुनाह है। मानवजाति की खाने की चीज़ों में मिलावट नहीं होनी चाहिए। प्रश्नकर्ता : मैं तो व्यक्तिगत तौर पर मानता हूँ कि जिससे अपने आत्मा को दुःख पहुँचे, वह कार्य नहीं करना चाहिए। दादाश्री : जहाँ आपके आत्मा को दु:ख पहुँचता है, वह कार्य मत करना। वर्ना मनुष्य के शरीर को दुःख होता है, मिलावट करते हैं, दूध में मिलावट, तेल में मिलावट, घी में मिलावट, अभी ऐसी किस-किस तरह की मिलावट करने लगे हैं। वह सब नहीं होना चाहिए।