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________________ नीति-शिक्षा-संग्रह (27) 72 एकदम बहुत सी लिखा पढ़ी मत किया करो। बड़े बड़े नामी पुस्तक लिखने वाले 6 / 7 घंटे से अधिक नहीं लिखा करते हैं / जो शख्स दिल को प्रसन्न करके और खूब विश्राम करके शान्त चित्त से 5 / 6 / बंटे लिखता है, वह 15 / 16 घंटे की लिखाई से अच्छा लिखता है। __73 यदि सदा तन्दुरुस्त रहना हो, तो नीचे लिखे नियमों का पालन करो :-- (1) दिन रात घर में रहकर काम करो, तो बंटे दो घंटे मैदान की साफ़ हवा अवश्य खाओ (2) पैर सदा गर्म रक्खो / (3) पुरी नींद सोनो / (4) हररोज कोई न कोई ऐसी चीज भोजन में अवश्य खाया करो, जिससे रोज दही साफ होती रहे। ____ 74 यदि आप तन्दुरुस्त और शक्तिमान् बनना चाहते हो तो तेल, खटाई और गुड़ खाना बिल्कुल छोड़ दो और विशेष कर विद्यार्थियों को तो इन से अवश्य बचना चाहिये / लाल मिर्च के बीज बहुत हानिकारक होते हैं; यदि बीज निकालकर लाल मिर्च काम में लाई जाय तो हानि कम करती है, तब भी इस से बचना चाहिए। 75 मरने के समय मनुष्य की नाड़ी एक मिनट में 140 बार चलने लगती है, और ज्यों ज्यों मरण काल नजदीक आता जाता है, त्यो त्यो नाड़ी की चाल और भी बढ़ती जाती है / मन्त. में
SR No.023532
Book TitleNiti Shiksha Sangraha Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBherodan Jethmal Sethiya
PublisherBherodan Jethmal Sethiya
Publication Year1927
Total Pages630
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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