________________ नीति-शिक्षा-संग्रह (39) .66 सुन्दर रूप जवानी और अच्छे कुल में जन्म इन के रहते भी विद्या हीन मनुष्य, गन्धहीन पलाश ( ढाक ) के फूल के समान शोभा नहीं पाते। 67 कोयल की शोभा स्वर, स्त्रियों की शोभा पातिव्रत, कुरूपों की शोभा विद्या, और तपस्वियों की शोभा क्षमा है / 68 कुल के लिए एक व्यक्ति को छोड़ देना चाहिए, गाँव के लिए कुल को त्याग देना चाहिए, देश के लिए गाँव को और अपने लिए पृथिवी को त्याग देना चाहिए, अर्थात् सब को छोड़ देना चाहिए। 66 उद्योग करने से दरिद्रता नष्ट होती है, जाप करने वाले के पाप नहीं रहता, मौन रहने से कलह नहीं होता, और जागने बाले के नजदीक भय नहीं आता। 70 अतिसौन्दर्य के कारण सीता हरी गई / अति गर्व के कारण रावण मारा गया / अति दान देने से बलि बाँधा गया ! इस कारण सब कामों में अति को छोड़ देना चाहिए / ___71 समर्थ लोगों को कौन वस्तु भारी है ? उद्योगी पुरुषों को क्या दूर है ? उत्तम विद्यावालों को कौन विदेश है ? प्रिय बोलने वालों को कौन अप्रिय है। ___72 जैसे सुगन्धित फूलोंवाले एक ही उत्तम वृक्ष से सारा बन सुगन्धि होजाता है, वैसे ही सुपुत्र से सारा कुल सुगन्धित