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________________ विक्रयार्थ प्रस्तुत पुस्तकें। -O:-*-::(1) रघुवंश (प्रथमादि चतुर्थ सर्ग पर्यन्त ) सुबोधिनी टीका, सरलार्थ, सरलभाषा, विस्तृतभूमिका, उपयोगी संक्षिप्त इतिहास, विशेष टिप्पणी तथा बारह वर्ष के अर्थात् सन् 1425 तक के प्रश्नपत्र, श्लोक बद्ध प्रति सर्ग की संक्षिप्त कथा एवं भाषा में विस्तृत कथासार सहित। (2) मेघदूत ( पूर्वार्ध) सुबोधिनी टीका, सरलार्थ, सरलभाषा, संक्षिप्त इतिहास, पौराणिक कथा एवं प्रश्न पत्र सहित // (3) श्रुतबोध-सुबोधिनी टीका, उदाहरण और उसकी टीका, छन्दोमरी तथा पिङ्गल सूत्र के लक्षण सहित। (4) श्रुतबोध (अश्लीलपद परिवतित) सुबोधिनी टीका, उदाहरण और उसकी टीका, छन्दोमञ्जरी, तथा पिङ्गल सूत्र के लक्षण सहित। (5) रामायण महाभारत-सुबोधिनीटीका। (6) किरातार्जुनीय (1-3 सर्ग) सुबोधिनी और मल्लिनाथी टीका, विषयसूची, सुभाषित, कथासंक्षेप, सरलार्थ, समास, वाच्यपरिवर्तन और विस्तृत भूमिका सहित ) शिशुपालवध (प्रथम-द्वितीय सर्ग) सुबोधिनी टीका सरलार्थ, समास, व्याकरण, वाच्यपरिवर्तन, संक्षिप्त कथा भाग श्लोकवद्ध, हिन्दी में विस्तृत कथासार तथा अत्युपयोगी विस्तृत भूमिका सहित। (8) पञ्चतन्त्र-टिप्पणी सहित सजिल्द / (8) अलङ्कार-सर्वस्व-टिप्पणी और विस्तृत भूमिका सहित 1 // ) (10) महाकवि-माघ (माघ विषयक प्राचीन गवेषणा) (11) रतिरहस्य-संस्कृत टीका हरप्रकार के पुस्तकों के प्राप्ति का स्थानः मैनेजर, शारदा भवन 46 अगस्तकुण्ड-बनारस / 11) リリー
SR No.023475
Book TitleAlankar Sarvasvam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaurinath Pathak
PublisherSharda Bhavan
Publication Year1983
Total Pages134
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size9 MB
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