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________________ सन्दर्भ ग्रन्थों में प्राप्त वणिक-वृत्त छन्दनाम लक्षण प्रस्तार- संख्या सन्दर्भ ग्रन्थ-सङ्केताङ्क १७,९८,१०४. मन्थरायनम् न र न न भ भ भ ग ग १८.३१.६०३. पुलकाञ्चितम् भ स न य न न भ ग ज २०,८६,४४७. इन्द्रविमानम भत न म भ न न ग ग वृन्दारकम् ज स ज स य य य ल ग २८,१७,४०१. विपुलायितम् मन ज भ न ज र ल ग चित्रकम र न रन र न र ल ग ३२,७०,१४५. पारावारान्तस्थम् म म म सभ स त ल ग ३३,६४,८०१. रामाबद्धम् मभ स भ त न त ल ग ३५,२८,५४२. विलम्बललितम् ज स ज स ज स ज ल ग ३५,६५,११७. शङ्खः त ज ज ज ज ज ज ल ग ३५,९५,१२०. हंसगतिः न ज ज ज ज ज ज ल ग १७; मन्थरं-१७. १७. १७. १०, २०. १७. ६,१०,१६. १७; पारावारान्तः-१७. १७. १७; बिलम्-१७. १०, १६. १०; १९%महातरुणीदयितम्११.१६श्रवणाभरणं-१७; विराजितम-१७. १७. १०. ३६,४३,८७६. गोत्रगरीयः चपलगतिः ४१,९४,३०४. अमरचमरी ५०,४५,३७५. संभृतशरधिः ५६,६१,८६३. चकोर: भत न त य न ज ल ग भ म स भ न न न ल ग न न न न न न न ल ग भ न य भ न य स ग ल भ भ भ भ भ भ भ ग ल १७. १७. १७. ६,८८,२९६. वंशलोन्नता १०.४६,२६३. धौरेयम् २३,९६,७४६. भुजङ्गः सर'छन्द र ज र म म ज र म भभ स स न न स म य य य य य य य य ३१.०२,६३५. भासमानबिम्बम र ज भ स ज भ सय १७. १७; महाभुजङ्ग:-१७:सुधाय: १७. १७; मानबिम्ब-१७; भासमानं-१७. १७. १७; गाहितगेहं-१७ गाहितदेहम्-१७. ३५,९५,१२०. समाहितम् • ३६,३८,२७२. विगाहितयेहम न ज ज ज ज ज जय न न न यमन जय १७. ३६,५३,११३. अधीरकरीरम् ४१,५६,८५५. अदितम् ४१,६०,३३५. पार्षतसरणम् ललितलता ४१,६३,४७६. कोकपदम् मन न भ स न ज य भ भ भ भ भ भ न य भनय मन न नय नन भन जन न य भ म स भ न न न य १७; नर्दितम्-१७. १७. १०, १६. १७; हंसपदम्-१६.
SR No.023464
Book TitleVruttamauktik
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishtan
Publication Year1965
Total Pages678
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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