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________________ ४८४ ] वृत्तमौक्तिक-पञ्चम परिशिष्ट लक्षण प्रस्तार- छन्द-नाम संख्या सन्दर्भ-ग्रन्थ-सङ्कताङ्क ७०१. नीला ७२०. सौरभवद्धिनी ७२८. भुजाहारिणी ७३१. अच्युतम् ७३२. विदुषी It It Rकक तन र ल ग न य स ल ग न र स ल ग र स स ल ग स स स ल ग १७. १७. १७. १७, १६. १०; उपचित्रम्-१७, १४; सुचित्रं१७; नरेश:-१७. १७. १७. १५ टी०; उपदारिका-१७. १७. १७. १७. RECEFFE 555555 ७३६. सम्मदमालिका न स स ल ग ७४२. कनककामिनी ज त स ल ग ७४७. द्रुता र ज स ल ग ७४८. दारिका स ज स ल ग ७४६. मालविका त ज स ल ग ७५०. नाभसम् ज ज स ल ग ७५१. सौभगकला भ ज स ल ग ७५२. . वीवधः न ज स ल ग ७५३. प्राशापादः म भ स ल ग ८००. भुजलता न स त ल ग ८२०. हरिकान्ता स भ त ल ग ८२३. कलस्वनवंशः भ भ त ल ग ८३२. मदनया न न त ल ग ८७८. खटका ज ज ज ल ग ८७६. शल्कशकलम् भज ज ल ग ८८५. उत्थापनी त भ ज ल ग कुशलकलावतिका मन ज ल ग ८६५. अर्थशिखा भन जल ग ६२८. निरवधिगतिः न सभ लग ६६.. दामघटिता न न भ ल ग ६६४. विमला स मन ल ग ९७६. कमलदलाक्षरी न य न लग ९८५. सामपदा म स न ल ग १०२१. मुखचपला त न न ल ग ११७१. र र रगल १२१३. कामुकलेखा मम स गल १३१७. संश्रयश्री: ततत गब 4444444444444 १७. १७. १०, जिलाशया-१७. १७. ८८६. १७. १७. १०. १०; रुचिरमुखी-११; समित्-१७. १७. १०. १७. गम्भारि १७.
SR No.023464
Book TitleVruttamauktik
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinaysagar
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishtan
Publication Year1965
Total Pages678
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size35 MB
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