SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 36
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ( ३५ ) कर दोषाङ्कुश अर्थात् कतिपय स्थलमें दोषमें भी दोषत्वका अभाव वर्णित है । अष्टममें गुण और अलङ्कारका भेद दिखलाकर माधुर्य, ओज, प्रसाद गुणोंके लक्षण और उदाहरण प्रदर्शित कर उनमें अन्यप्रतिपादित गुणोंका अन्तर्भाव वा उन्हें दोषाऽभाव. स्वरूप बतलाया गया है । साथ साथ तत्तद्वर्णों को तत्तद्गुणत्यजकता दिखाई गई हैं। नवममें दो प्रकारको वक्रोक्ति, अनुप्रास, ३ वृत्तियां लाटाऽनुप्रास, यमकोंके भेद; श्लेष. चित्र ( खङ्गवन्ध आदि ) और पुनरुक्तवदामास इत्यादि विषय प्रतिपादित हैं । दशममें ६१ अलङ्कारोंका निरूपण और अलङ्कारदोषोंका सप्तम उल्लासमें प्रदर्शित दोषोंमें अन्तर्भावका प्रकार दिया गया है। ___ काव्यप्रकाशमें अन्य ग्रन्थोंसे लगभग ६२० पद्य उद्धृत है। इसमें ७० से अधिक टीकाए है । इसकी रचनाके ५० वर्षों के भीतर ही माणिक्यचन्द्रने सङ्केत नामकी टीका लिखी, उस समयसे लेकर अभीतक इसकी टीकाओंका निर्माण होता रहा है । स्थान-स्थानपर यह ग्रन्थ अत्यन्त दुरूह है, अतएक महेश्वर भट्टाचार्यने अपनी टीका लिखा है। "काव्यप्रकाशस्य कृता गृहे गहे टीका, तथाऽप्येष तथैव दुर्गमः । सुखेन विज्ञातुमिमं य ईहते, धीरः स एनां निपुणं विलोकताम् ॥ प्राचीन टीकाओंसे विदित होता है कि मम्मटभट्टने काव्यप्रकाशके परिकर अलङ्कारतकका भाग लिखा, उसके अनन्तरवर्ती भागको अल्लट वा अलकरिने लिख: है । काव्यप्रकाशके कुछ प्रसिद्ध टीकाएं और उनके कर्ताओंके नाम लिखे जाते हैं १ गुर्जरदेशीय माणिक्य चन्द्रसूरिकी सङ्केतटीका, समय-ई० ११६० २ आन्ध्रदेषीय सरस्वतीतीर्थकी बालचित्ताऽनुरञ्जिनी, समय-ई० १२४२ ३ गुजर जयन्त भट्टकी काव्यप्रकाशदीपिका, समय-ई० १२९३ ४ कान्यकुब्जदेशीय सोमेश्वरभट्टकी सङ्केत टीका, समय-ई० १२५० से पूर्व । . ५ भट्ट गोपालकी साहित्यचूडामणि, ये भावप्रकाशकार शारदातनय के पिता थे, समय-ई० १३०० । ६ उत्कलदेशीय चण्डीदास की दीपिका टीका, ये विश्वनाथ कविराजके पितामह नारायणदासके छोटे भाई थे, समय-ई० १४ शताब्दी। ७ विश्वनाथ कविराजकी काव्यप्रकाशदर्पण,टीका, समय-१४ शताब्दी। ८ परमानन्द चक्रवर्ती की विस्तारिका टीका, समय-ई० १५ शताब्दी। ९ म० भ० नरसिंह ठक्कुरकी नरसिंहमनीजा, समय-ई० १७ शताब्दी । १० श्रीवत्सलाञ्छन भट्टाचार्यको सारबोधिनी, समय-ई० १५ शताब्दी । इन्होंने काव्यप्रकाशखण्डन ग्रन्थ भी लिखा है। ११ म० म० गोविन्द ठक्कुरकी प्रदीपटीका, समय-ई० १७ शताब्दी ।
SR No.023456
Book TitleSahityadarpanam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSheshraj Sharma Negmi
PublisherKrushnadas Academy
Publication Year1994
Total Pages690
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy