SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 184
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ चन्दनबाला चम्पा नगरीके राजा और उनकी रानी दोनोंही बड़े सज्जन थे । राजाका नाम था दधिवाहन और रानी का धारिणी। ये दोनों विपत्ति में पडे हुए मनुष्यों के पूर्ण-सहायक और अपनी प्रजा के पालन करनेवाले थे। इनके राज्य में सब जगह आनन्द ही आनन्द दिखाई देता था। न तो लोगों को चोरोंसे भय था और न अधिकारियोंसे कष्ट । गंगाजी बारहो महीने बहती रहती थीं, जिसके कारण फल-फूल की उपज बहुत अधिक होती थी। इनकी प्रजा अकाल का तो नाम भी न जानती थी। इनके यहाँ देवी के समान सुन्दर एक कन्या उत्पन्न हुई । इस कन्याका शरीर अत्यन्त कोमल और वाणी अमृत के समान मीठी थी। वह ऐसी सुन्दर तथा तेजस्विना थी, कि देखने वाले की दृष्टि उस पर नहीं ठहरती। इस कन्या का नाम ' वसुमती' रखा गया ।
SR No.023378
Book TitleHindi Granthavali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhirajlal Tokarshi Shah, Bhajamishankar Dikshit
PublisherJyoti Karayalay
Publication Year1932
Total Pages398
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy