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सिरि भूवलय
२५. हमारे सम्मानीय प्रप्रथम राष्ट्राध्यक्ष श्री बाबू राजेन्द्र प्रसाद जी ने भी इस ग्रंथ की प्रशंसा की है।
२६. आज इस ग्रंथ की मंगल प्राभृत के १२७० चक्रों को और भारत सरकार की कृपा से संसार के उपयोग के लिए माइक्रो फिल्म के द्वारा तैयार करने का प्रस्ताव रखा गया है।
२७. इस ग्रंथ के प्राक्कथन कवि विचार भाषा और लिपि भाषाएँ काव्य बंध कन्नड की कहानी भूवलय के प्रत्येक अध्याय में आने वाले विषयों की जानकारी आगे दी गई है ।
२८. इस ग्रंथ के विषय में प्राप्त अनेक प्रशस्ति पत्रों में से कुछ पत्रों को अंत में दिया गया है।
और अधिक जानकारी के लिए सर्वार्थ सिध्दि संघ से संपर्क किया जा सकता है
बेंगलुरु
सिरि भूवलय प्रचारक के. अनंत सुब्बाराव
पत्रिकाद्योगी, कन्नड शीघ्र लिपि ( शार्ट हैंड) और कन्नड टाइप राइटर ( टंकण यंत्र) के अविष्कारक
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