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________________ ५३८ जैन संस्कृत महाकाव्यों में भारतीय समाज ४. नगर-पुर तालिका जैन संस्कृत महाकाव्यों के देश वर्णनों तथा अन्य अवान्तर कथा प्रसङ्गों में अनेक नगरों, पुरों एवं आवासीय बस्तियों का उल्लेख पाया है । इन नगरों में कुछ आधुनिक काल में भी प्रसिद्ध हैं तो कुछ अाधुनिक नगरों की प्राचीन संज्ञाएं हैं। अनेक नगर तथा ऐतिहासिक स्थान जैन धर्म के विशिष्ट पुरुषों की जन्मस्थली तपोभूमि अथवा निर्वाण भूमि आदि होने के कारण प्रसिद्ध रहे हैं। आधुनिक काल के भौगोलिक कोशों से इन ऐतिहासिक नगरों की स्थिति को जाना जा सकता है किन्तु अनेक ऐसे सांस्कृतिक नगर एवं पुर भी हैं जिनकी भौगोलिक सीमाओं आदि का निर्धारण कर सकना अत्यन्त कठिन जान पड़ता है। विभिन्न महाकाव्यों में वणित इन नगरों तथा पुरों की तालिका इस प्रकार है : १. अचलपुर (द्वया० ३.६०) २. अजयमेरुपुर (हम्मीर० ४.२७) ३. अहिलपत्तन (कीर्ति० १.८) ४. प्रभूमक (द्वया० १५.१०१) ५. अमरावती (द्वया० ६.६२) ६ अलंका (वर्घ० ५.४०) ७. अश्वथिक (या० १५.१०२) ८. प्राग्नक (द्वया० १६.२६) ६. आदित्यपुर (चन्द्र० ६.७५) १०. पानतंपुर (वराङ्ग २१.२८) ११, पाम्रपुरी (हम्मीर० ४.४८) १२. पारिष्टिय (द्वया० १३.१००) १३. इन्द्रवन (द्वया० १६.२६) १४. उग्रसेनपुरी (नेमि० १२.१) १५. उज्जयिनी (वसन्त० ३.२३) १६. उत्तमपुर (वराङ्ग० १.३३) १७. ऋष्यक (द्वया० १५. १०१) १८. श्रोदुम्बर (द्वया० १५.६०) १६. कच्छक (द्वया० १६.२६) २०. कटिक (द्वया० १५.१०२) २१. कल्लापुरी (द्वया० ६.२२) २२. काकन्दि (वराङ्ग २७.८३) २३. काण्ड (द्वया० १६.२६) २४, कान्यकुब्ज (जयन्त० १६.७०) २५. काम्पिल्य (वराङ्ग. २७.८४) २६. कायनी (द्वया० १५.६६) २७. काशी (हम्मीर० १.८५) २८. कुचवार (द्वया० १७.२) २६. कुण्डपुर (वराङ्ग० २७.८५) ३०. कुण्डिनपुर (धर्म० १६.८४) ३१. कूलपुर (वर्ध० १७.१२०) ३२. कोशला (चन्द्र० ५.१२) ३३. कौण्डेयक (द्वया० १६६) ३४. कोमुविक (द्वया० १५.१०१) ६५. कोलेयकपुर (वर्ध० ५.७२) ३६. कौशाम्बी (द्वया० १५.६०) ३७. कृकरणीय (द्वया० १६.३४) ३८. गगनविलासपुर (जयन्त० १२.७) ३६. गजाह्वय (कीर्ति० १.१६०) ४०. गर्भरूक (हम्मीर० १०.३२) ४१. गहीय (द्वया० १६.३४) ४२. गोपाचल (हम्मीर० ३.२) ४३. चक्रपुर (वराङ्ग० २.६१) ४४. चङ्गा (हम्मीर० ६.४०) ४५. चन्द्रपुर (वराङ्ग० २७.८२) ४६. चन्द्रपुरी (चन्द्र० १६.६) ४७. चम्पा (कोति० १५.७) ४८. चम्पापुर (वराङ्ग० २९.८३) ४६. चित्रकूट (हम्मीर० ६.२६) ५०. जगरा (हम्मीर० ११०) ५१. ढिल्लो (हम्मीर० ३.५०) ५२. त्रिपुरी (कीर्ति० १.५७) ५३. दाक्षिपलदनगर (द्वया० १५.३३) ५४. द्वारावती (नेमि० १.३४) ५५. देवपत्तन (द्वया० १५.३७) ५६. धारा (हम्मीर० ६.११७) ५७. नडकीय (द्वया० १५.१००) ५८. नागपुर (वराङ्ग० २७.८५) ५६. नान्दीपुर (द्वया०
SR No.023198
Book TitleJain Sanskrit Mahakavyo Me Bharatiya Samaj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohan Chand
PublisherEastern Book Linkers
Publication Year1989
Total Pages720
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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